गंगा तीरे शनिवार को उल्टी हवा बह रही थी। दो दिन से मैच में पकड़ बनाने वाले कीवी ग्रीन पार्क स्टेडियम की पिच पर इधर-उधर घूम रही गेंदों के सामने अवाक खड़े थे। एक दिन पहले वह जिस पिच पर बैकफुट पर खड़े होकर आराम से चौके जड़ रहे थे, शनिवार की सुबह बैकफुट पर खेलना उनके पवेलियन जाने का जरिया बन गया और यही कारण रहा कि न्यूजीलैंड की पहली पारी में छह बल्लेबाज पगबाधा आउट हुए। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। भारतीय स्पिनर रवींद्र जडेजा (पांच विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (चार विकेट) ने मिलकर ही न्यूजीलैंड के बचे हुए नौ बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
बारिश के कारण जल्दी खत्म हुए दूसरे दिन के खेल के बाद जो न्यूजीलैंड टीम 152 रन पर एक विकेट के स्कोर के साथ सीना ताने खड़ी थी, वह शनिवार को दूसरे सत्र से पहले ही 262 रनों पर ऑलआउट हो गई। पहली पारी में 318 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक मुरली विजय (नाबाद 64) और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 50) की बदौलत एक विकेट पर 159 रन बनाए थे। इससे उसने मेहमानों पर 215 रनों की बढ़त बना ली है। निश्चित तौर पर अब कीवियों के यह मैच जीतना तो दूर बचाना भी बहुत मुश्किल होगा। टेस्ट में एक पारी में पांचवीं बार पांच विकेट लेने वाले रवींद्र जडेजा और न्यूजीलैंड की पहली पारी में चार विकेट चटकाने वाले अश्विन को मैच की चौथी पारी में खेलना मेहमानों के लिए और भी कठिन हो जाएगा।
स्पिन का खौफ: न्यूजीलैंड टीम जबसे भारत आई है तब से भारतीय पिचों और स्पिनरों की ही बातें क्यों हो रही थीं इसका अंदाजा लोगों को मैच के तीसरे दिन लग गया। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे दिन का खेल शुरू होते ही दोनों छोरों से अश्विन और जडेजा को लगाकर अपनी रणनीति बता भी दी। दिन के दूसरे ओवर में ही जडेजा ने विलियमसन को टर्न और बाउंस से चौंकाया तो समझ में आने लगा कि अब न्यूजीलैंड के लिए बहुत मुश्किल समय आने वाला है। दिन के पांचवें और पारी के 52वें ओवर में ही अश्विन ने टॉम लाथम (58) को एलबीडब्ल्यू कर विलियमसन के साथ पहले विकेट के लिए हुई उनकी 124 रनों की साङोदारी का अंत कर दिया। 24 टेस्ट पारियों में ये दोनों छह शतकीय साङोदारी कर चुके हैं। इस साङोदारी के बाद तो तू चल मैं आता हूं गेंद को पैड पर खाता हूं शुरू हो गया। अगले ओवर में जडेजा ने रॉस टेलर (00) को एलबीडब्ल्यू किया। हालांकि लग रहा था कि टेलर आउट नहीं हैं। पर भारत में डीआरएस सिस्टम का प्रयोग नहीं होने से अंपायर केटलबर्ग का ही निर्णय अंतिम था। टेलर अपनी पिछली तीन पारियों में सिर्फ एक रन ही बना सके हैं। हालांकि इस साल की शुरुआती तीन पारियों में उन्होंने बिना आउट हुए 364 रन बनाए थे।
सात रन पर गिरे पांच विकेट: लंच के बाद तो मैदान में हाहाकार मच गया। 255 रनों पर पांच विकेट गंवाने वाली मेहमान टीम ने सिर्फ सात रन पर अपने आखिरी पांच विकेट गंवा दिए। इस दौरान अश्विन ने सेंटनर के रूप में अपना तीसरा शिकार किया तो जडेजा ने लगातार दो गेंदों पर मार्क क्रेग (02) और ईश सोढ़ी (00) को आउट करके मेहमानों को डरा दिया। इसी ओवर में जडेजा ने ट्रेंट बोल्ट (00) को भी आउट कर कीवियों को नौवां झटका दिया। इसके अगले ओवर में अश्विन ने वाटलिंग को अपनी ही गेंद पर कैच आउट कर न्यूजीलैंड की पारी को 262 पर समेट दिया। भारत को पहली पारी में 56 रन की बढ़त मिली।
सौराष्ट्र-तमिलनाडु का गठबंधन: पहली पारी में सौराष्ट्र के चेतेश्वर पुजारा और तमिलनाडु के मुरली विजय ने 112 रनों की साङोदारी करके टीम को 300 के पार पहुंचाने में मदद की तो गेंदबाजी के दौरान तमिलनाडु के अश्विन और सौराष्ट्र के जडेजा की गेंदबाजी जोड़ी ने नौ विकेट चटकाए। भारत की दूसरी पारी में फिर विजय-पुजारा की जोड़ी ने लंगर डाल दिया है। पहली पारी में 65 रन बनाने वाले विजय 64 और 62 रन बनाने वाले पुजारा 50 रन बनाकर डटे हुए हैं। दोनों में दूसरे विकेट के लिए 107 रन की साङोदारी हो चुकी है।
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साभार: जागरण समाचार
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