दो महीने की बच्ची को मनहूस बताकर दादी ने पहले उसका गला दबाया और फिर जमीन पर पटक कर मार डाला। बदहवास मां अपनी बच्ची को जिंदा समझ कर अस्पताल में भटकती रही। बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत बताया तो वह वापस घर लौटी जहां ससुरालवालों ने उससे बच्ची को छीनकर दफना दिया। पुलिस को दी
शिकायत में बच्ची की मां ने ये आरोप लगाए हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। घटना सोमवार की है, लेकिन मंगलवार को पीड़ित महिला ने अपने मायके फोन करके पिता को सारी बातें बताई। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। लाइन पार थाना पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट फोरेंसिक टीम की मौजूदगी में बच्ची के शव को श्मशान से निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। एसएचओ संदीप कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता के पति रवि, उसकी सास सुदेश और ससुर जयकुमार के खिलाफ हत्या, शव को खुर्द-बुर्द करने और दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस दर्ज किया गया है।
मोनिका ने आरोप लगाए कि नवंबर 2015 में उसकी शादी रवि के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुरालवाले उसके साथ दहेज के लिए मारपीट करते थे। इसी वजह से उन्होंने उसे घर से मायके भेज दिया था। मायके में ही उसने जुलाई 2016 में एक लड़की दीक्षा को जन्म दिया। बाद में ससुराल वाले पंचायत के माध्यम से उसे बहादुरगढ़ ले आए। मोनिका ने आरोप लगाया कि सोमवार को वह काम कर रही थी और बच्ची उसकी सास के पास थी। जब वह अंदर आई तो उसकी बच्ची फर्श पर पड़ी तड़प रही थी। उसने आरोप लगाया कि पोते की चाहत रखने वाली उसकी सास सुदेश ने सोमवार को उसकी 2 माह की बच्ची का गला दबा दिया और फिर जमीन पर पटक दिया, जिसके बाद बदहवास हुई मोनिका बच्ची को लेकर अस्पताल गई।
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साभार: भास्कर समाचार
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