Saturday, January 9, 2016

AIPMT पेपर लीक मामला: फर्जी आईडी पर सिम, मोबाइल कंपनी पर एक लाख जुर्माना

बहुचर्चित एआइपीएमटी (ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट) आंसर-की लीक केस में अब मोबाइल कंपनियों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। इस केस में बड़ी संख्या में फर्जी आइडी पर सिम लेकर गोरखधंधे में इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने इसकी रिपोर्ट टेलीकॉम मॉनिटरिंग विजिलेंस सेल‘टेलीकॉम इन्फोर्समेंट
रिसोर्स एंड मॉनिटरिंग’ को भेजी गई थी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। अब जांच के बाद सेल ने एक कंपनी पर दो फर्जी आइडी की सिम की एवज में 50-50 हजार रुपये का जुर्माना किया है। वहीं, दो अन्य कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। एसपी शशांक आनंद ने इसकी पुष्टि की है। 
बता दें कि रोहतक पुलिस तीन मई 2015 को एआइपीएमटी परीक्षा के दिन चार लोगों को विशेष उपकरणों के साथ गिरफ्तार कर पेपर लीक का खुलासा किया था। इसके बाद आइजी श्रीकांत जाधव के नेतृत्व में इस गोरखधंधे की गहन पड़ताल की गई थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ था गिरोह के तार देश के अन्य प्रदेशों से भी जुड़े हुए थे। पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से अधिक गिरफ्तारियां की थीं। हालांकि पुलिस गोरखधंधे के मुख्यारोपी रुप दांगी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। सुप्रीम कोर्ट ने भी रोहतक पुलिस जांच को सही पाते हुए परीक्षा रद कर दी गई थी। 
3 सौ सिम में से 80 से अधिक फर्जी आइडी पर थे: गहन पड़ताल में जुटी पुलिस ने आरोपियों के ककब्जे से तीन सौ से अधिक सिम कार्ड सामने आए थे। इनमें 70 सिम हरियाणा के थे, जो फर्जी ाइडी पर संचालित हो रहे थे। वहीं, दस से अधिक सिम दूसरे राज्यों के भी थे। यह सिमकार्ड महम निवासी एक दुकानदार से आरोपियों को फर्जी आइडी पर मुहैया कराए थे। कई सिम देश के विभिन्न राज्यों से भी खरीदे गए थे। राजस्थान के बहरोड़ स्थित होटल में बनाए गए गोरखधंधे में इन सिमों का इस्तेमाल किया गया था।
शिलांग सर्किल पर जुर्माना, दिल्ली-अगरतला को नोटिस: पुलिस ने फर्जी आइडी पर मिले सिमों की जांच के लिए रिपोर्ट टेलीकोम मॉनिटरिंग विजिलेंस सेल ‘टेलीकॉम इन्फोर्समेंट रिसोर्स एंड मॉनिटरिंग’ को भेजी थी। सेल ने जांच के बाद मेघालय के शिलांग सर्किल से जारी और संचालित किए गए एक कंपनी को दोनों सिमों पर 50-50 हजार कुल एक लाख रुपये का जुर्माना ठोका है। वहीं, दिल्ली और अगरतला सर्किल से जारी और संचालित सिम की दो कंपनियों का कारण बताओ नोटिस भेजा है।
फर्जी आइडी पर लिए गए कई सिम एआइपीएमटी पेपर लीक केस में इस्तेमाल किए गए थे। इनकी रिपोर्ट तैयार कर भेजी गई थी। इसके आधार पर टेलीकॉम मॉनिटरिंग विजिलेंस सेल ने एक कंपनी पर जुर्माना लगाया है और दो कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। शशांक आनंद, एसपी रोहतक।
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साभारजागरण समाचार 
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