Monday, March 16, 2015

अब करो पेपर लीक: बोर्ड ने लांच की Secure Exam एंड्रॉयड ऍप

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परीक्षा केंद्र पर प्रश्न-पत्र का बंडल खुलने की टाइमिंग के मामले में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अब अंधेरे में नहीं रहेगा। ऐसी तकनीक तैयार कर ली है, जिससे प्रश्न-पत्र का बंडल खुलते ही बोर्ड के पास एसएमएस पहुंच जाएगा। यह एसएमएस तभी जनरेट होगा, जब प्रश्न-पत्र के बंडल का फोटो शिक्षा बोर्ड के सर्वर पर अपलोड होगा। इस एसएमएस में फोटो खींचने का समय व तारीख, परीक्षा केंद्र का नाम समेत महत्वपूर्ण जानकारियों का ब्योरा होगा। इस मोबाइल एप का नाम दिया है ‘SECURE EXAM"। इस एप की रविवार को लांचिंग हो
गई। इस एप को हर परीक्षा केंद्र के अधीक्षक या पर्यवेक्षक के रजिस्टर्ड मोबाइल पर डॉउनलोड किया गया है। सिक्योर एग्जाम एप में खास सॉफ्टवेयर है, जिसका सीधा कनेक्शन शिक्षा बोर्ड के सर्वर है।
यूं काम करेगा एपः सभी केंद्र अधीक्षकों के एंड्रायड मोबाइल पर यह एप डॉउनलोड होगी। केंद्र अधीक्षक तय समय (सुबह 10:40 मिनट) पर प्रश्न-पत्र के बंडल का सील युक्त फोटो खींचेगा और इसे इंटरनेट के जरिये शिक्षा बोर्ड के सर्वर पर अपलोड करेगा। जैसे ही फोटो सर्वर पर अपलोड होगा, एक एसएसएस जनरेट होगा, जिसमें यह स्पष्ट उल्लेख होगा कि फोटो किस वक्त खींचा गया है। इस एप के माध्यम से बोर्ड को इस बात का पता रहेगा कि किस परीक्षा केंद्र पर प्रश्न-पत्र बंडल की सील कितने बजे खुली। 
नहीं बदल पाएगा टाइमः कोई अपने मोबाइल सेट का टाइम बदल कर फोटो खींच कर भेज दे तो बोर्ड कैसे पकड़ पाएगा। लेकिन, इस एप में इस तरह की खुराफात रोकने का भी प्रबंध किया है। इस एप के सर्विस प्रोवाइडर का टाइम मेंशन किया गया है। सर्विस प्रोवाइडर का टाइम ही इस एप में चलेगा। फोटो खींचने और फोटो भेजने के समय अलग-अलग दर्ज होंगे।
छह जिलों में शुरू होगा ट्रायल टेस्टः इस तकनीक से उत्साहित शिक्षा बोर्ड इसी परीक्षा में ही इसे आरंभ करने जा रहा है। तारीख तो अभी तय नहीं है, लेकिन पहले चरण में प्रदेश के 6 जिलों के परीक्षा केंद्रों में इस तकनीक का शुरू किया जाएगा। इन जिलों में भिवानी, मेवात, पलवल समेत छह जिले हैं।
बोर्ड ने खुद तैयार की यह एप्लीकेशन: बोर्ड सेक्रेटरी आईएएस ऑफिसर पंकज की देखरेख में शिक्षा बोर्ड ने खुद यह एप्लीकेशन तैयार की। इस तरह की तकनीक से प्रश्न-पत्रों की ट्रैकिंग का देश में संभवतया पहला प्रयास है। इस तकनीक के नतीजे अभी आने बाकी हैं, लेकिन माना जा रहा है कि कामयाब रही तो पेपर लीक से त्रस्त देश के लिए एक नई राह हो सकती है।
केंद्र अधीक्षकों की दी ट्रेनिंग: प्रश्न पत्र के बंडल की सुरक्षा के लिए लांच किए गए बोर्ड के ‘सिक्योर एग्जाम’ एप्स चलाने की रविवार को केन्द्राध्यक्षों को ट्रेनिंग दी गई। भिवानी के सेठ किरोड़ीमल वरिष्ठ मा.विद्यालय के सभागार में हुई ट्रेनिंग में जिले में सभी 121 केन्द्रों के अधीक्षक शामिल हुए। एनआईसी के सह इंचार्ज अमित लांबा ने केन्द्राध्यक्षों को एप्स के बारे में जानकारी देते हुए इसे पूरी सावधानी से चलाने का निर्देश दिया। बताया कि सभी केन्द्राध्यक्ष उसी मोबाइल में इस एप्स का इस्तेमाल कर सकेंगे, जो बोर्ड में रजिस्टर्ड है। जिला शिक्षा अधिकारी निर्मला श्योराण समय ने समय सीमा का ख्याल रखने की हिदायत दी। ट्रेनिंग में विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवकुमार तंवर, मुख्य केन्द्राध्यक्ष सुरेश चंद, पवन दलाल आदि मौजूद रहे। 
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साभार: अमर उजाला समाचार
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