हरियाणा सरकार ने प्रदेश में प्राथमिक दूध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों के बच्चे, जो 10वीं और 12वीं परीक्षा में 80 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करेंगे। उनके लिए छात्रवृति योजना लागू की है। इसके तहत पात्रों को 36.50 लाख रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है। हरियाणा डेरी विकास सहकारी प्रसंघ
लिमिटेड के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि योजना के तहत 10वीं 12वीं के बच्चों को क्रमश: 2100 और 5100 रुपए की एकमुश्त राशि दी जाती है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के प्राथमिक दूध सहकारी समितियों के सदस्यों के लिए 5 लाख रुपए प्रति व्यक्ति सामूहिक व्यक्ति दुर्घटना बीमा (ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंटल इंश्योरेंस) की योजना भी लागू की है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।उन्होंने कहा कि प्राथमिक दूध सहकारी समितियों के सदस्यों की बेटियों के विवाह के लिए भी 1100-1100 रुपए की कन्यादान योजना लागू की है। इसके अंतर्गत लगभग 7.24 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई है। 5 रुपए प्रति लीटर की दर से दूध पर सब्सिडी प्रदान करने के लिए सीएम दूध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत अप्रैल 2016 से दिसंबर 2016 के दौरान प्रदेश के सहकारी दूध उत्पादकों को 31.17 करोड़ रुपए की राशि सब्सिडी के रूप में अदा की गई। उन्होंने कहा कि दूध के उत्पादों की हरियाणा, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और ट्राईसिटी चंडीगढ़ में बिक्री की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंपों पर वीटा मिल्क बूथ का प्रावधान करने के लिए हरियाणा डेरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड और इंडियन ऑयल कोरपोरेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे हरियाणा में वीटा ब्रांड का व्यापक प्रचार होगा और आने वाले वर्षों में वीटा बूथ और दुग्ध उत्पादन की बिक्री के लिए एक बेहतर विपणन तंत्र भी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी दूध यूनियन ने विटामिन-ए, विटामिन-डी2 के साथ टोंड और डबल टोंड दूध को फोर्टिफाइड करना शुरू कर दिया है।
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साभार: भास्कर समाचार
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