जातिसूचक रागिनी गाने से विवादों में घिरीं हरियाणवी कलाकार सपना की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। एक तरफ उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हो चुका है वहीं दूसरी ओर मोर कैसेट कंपनी ने उनसे नाता तोड़ लिया है। कंपनी ने अपने गानों पर सपना के डांस करने पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं
कंपनी अब सपना के किसी कार्यक्रम की रिकॉर्डिग भी नहीं करेगी। कंपनी के संचालक राजेश मोर ने सपना को कंपनी के किसी भी गाने का व्यावसायिक प्रयोग करने से मना कर दिया है और उल्लंघन करने पर कॉपीराइट एक्ट के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। राजेश मोर सोमवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। राजेश मोर ने कहा कि सपना से अब उनकी कंपनी का कोई ताल्लुक नहीं है। उन्होंने हाल ही में लाड भोले के नाम से डीवीडी भी लांच की है, जिसमें सपना नहीं है। उन्होंने कहा कि भष्यि में कंपनी सपना के किसी कार्यक्रम को रिकॉर्ड नहीं करेगी। राजेश मोर ने सपना पर फूहड़ता परोसने का आरोप भी लगाया। सपना पर एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज होने के बाद कंपनी ने उससे पूरी तरह किनारा करने का फैसला कर लिया। राजेश मोर ने कहा कि किसी भी कलाकार को ऐसी प्रस्तुति देने से बचना चाहिए जिससे किसी की भावनाएं आहत होती हों। कालाकार का काम मनोरंजन करना होता है विवाद पैदा करना नहीं। गौरतलब है कि जातिसूचक रागिनी गाने की वजह से सपना इन दिनों विवादों में है। इसके चलते सपना के खिलाफ हिसार और गुड़गांव में एफआइआर भी दर्ज हो चुकी हैं। हालांकि सपना ने इसके लिए माफी भी मांगी है।
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साभार: जागरण समाचार
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