Wednesday, July 13, 2016

कश्मीर के मसले पर अमेरिका ने नहीं दिया पाकिस्तान का साथ, कहा - ये भारत का अंदरूनी मामला

कुख्यात आतंकी बुरहान वानी की मौत को लेकर घाटी में भड़की हिंसा के बहाने कश्मीर मसले का फिर से अंतरराष्ट्रीयकरण करने में जुटे पाकिस्तान को करारा झटका लगा है। उसके सबसे बड़े सामरिक सहयोगी अमेरिका ने भी इस मामले में उसका साथ छोड़ दिया है। इस्लामाबाद को साफ संदेश देते हुए अमेरिकी विदेश
मंत्रलय ने कहा है कि कश्मीर भारत का अंदरुनी मामला है। इसीलिए अमेरिका वहां जारी हिंसा के बारे में भारतीय अधिकारियों से कुछ नहीं कह रहा है।’ यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी मंगलवार को दक्षिण सूडान पर प्रेस वार्ता के दौरान इस बारे में पूछे गए सवाल को कोई तवज्जो नहीं दी। इतना कुछ होने के बावजूद पाकिस्तान बेशर्मी से बाज नहीं आ रहा है। उसने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों के राजदूतों से संपर्क साध कश्मीर को लेकर भारत की शिकायत की है। मानवाधिकार का सम्मान करने के लिए नई दिल्ली पर दबाव बनाने का आग्रह किया। दरअसल पाकिस्तान चाहता है कि घाटी में जारी हिंसा के बहाने कश्मीर में जनमत संग्रह कराने की उसकी मांग को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिले। लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्रलय ने प्रेस वार्ता कर स्थिति स्पष्ट कर दी। पाकिस्तान को झटका देते हुए अमेरिका के साथ संयुक्त राष्ट्र ने भी कश्मीर मसले पर किसी भी किस्म का हस्तक्षेप करने से इन्कार कर दिया। दोनों ने घाटी में जारी हिंसा पर चिंता तो जरूर जताई, लेकिन भारत से कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। इसे भारत का आंतरिक मसला बताया। अमेरिका ने कहा है कि वह घाटी में हिंसा की स्थिति से चिंतित है। उसने सभी पक्षों से मामले के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में प्रयास करने के लिए कहा। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने तो प्रेस वार्ता में कश्मीर पर कुछ भी कहने से परहेज किया। बाद में उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बयान जारी कर हिंसा रोकने के लिए सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने की अपील की। इन सबके बावजूद पाकिस्तान ने अभी हार नहीं मानी है। उसके विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के राजदूतों से मुलाकात कर कश्मीर की हालात का ब्योरा दिया। चौधरी ने राजदूतों से कहा कि भारत को कश्मीर घाटी में निर्दोष लोगों की हत्या की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए। आग्रह किया कि सुरक्षा परिषद के सदस्य देश भारत से कश्मीर में मानवाधिकार का सम्मान करने के लिए कहें। आतंकवाद की आड़ में निर्दोष लोगों की हत्या नहीं की जानी चाहिए। नई दिल्ली में मंगलवार को कश्मीर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री व गृहमंत्री ने चर्चा की। 
कश्मीर हिंसा पर हमने भारत से कोई बात नहीं की। क्योंकि यह उसका अंदरुनी मसला है। - प्रवक्ता अमेरिकी विदेश मंत्रलय
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साभारजागरण समाचार 
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