Friday, July 10, 2015

इंटरव्यू में दिए 20 में से 22 अंक

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी) की नियुक्ति में अनियमितताओं की विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं। मनोहर सरकार ने एक अभ्यर्थी की शिकायत के आधार पर यह आदेश जारी किए। चयन समिति ने चुनी गई महिला उम्मीदवार को इंटरव्यू में 20 में से 22 अंक दे दिए थे। इन्हीं दो नंबर के आधार पर महिला उम्मीदवार की असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हुई। सितंबर 2012 में विश्वविद्यालय के
कुलपति डॉ. डीडीएस संधु के नेतृत्व में बनी चयन समिति ने यह नियुक्ति की थी। डॉ. अजायब सिंह की शिकायत के आधार पर राज्य सरकार ने जांच का फैसला लिया है। शिकायतकर्ता भी इस पद के लिए उम्मीदवार था। उसने भी साक्षात्कार में भाग लिया। साक्षात्कार के लिए चयन समिति के समक्ष कुल 151 उम्मीदवार उपस्थित हुए। इनमें डॉ. वंदना शर्मा का चयन किया गया। सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर शिकायतकर्ता ने नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया है। अजायब सिंह का कहना है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने अप्रैल 2011 में हिंदी के असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए विज्ञापन दिया था। सितंबर 2012 में साक्षात्कार हुआ।

साभार: जागरण समाचार 
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