नए नोटों की बड़ी संख्या में बरामदगी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के नोट प्रबंधन और वितरण प्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। सीबीआइ ने नोट बदलने के आरोप में बेंगलुरु में आरबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी को 1.51 करोड़ के काले धन को सफेद करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इतना ही नहीं, गोवा
में कसीनो चलाने वाले कर्नाटक के जदएस नेता केसी वीरेंद्र को लगभग पौने छह करोड़ के नए नोट दिलाने में चार बैंकों के नाम सामने आए हैं। दो हजार के इतने नोट दिलाने में सीबीआइ ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, आइसीआइसीआइ बैंक और कोटक म¨हद्रा बैंक के अफसरों पर केस दर्ज किया गया है। दूसरी तरफ, प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्रीय बैंक से उन नोटों के जारी करने की जानकारी मांगी है, जिन्हें काला धन वालों के पास से जब्त किया गया है। इतनी बड़ी मात्र में नोटों की अदला-बदली आरबीआइ के चेस्ट में होने की आशंका जताई गई है। 1देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी मात्र में नए नोटों की बरामदगी के बाद जांच एजेंसियां इनके स्नोत तलाशने में जुट गई है। अवैध तरीके से नोट बदली की जांच में जुटी सीबीआइ और ईडी का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर नए नोट बदलना अकेले बैंक मैनेजरों के बूते की बात नहीं है। इसके पीछे उच्च स्तर पर संगठित गिरोह काम कर रहा है। मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, एजेंसियां इसका पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। बेंगलुरु में 1.51 करोड़ रुपये को नए नोटों में बदलने के आरोप में आरबीआइ के सीनियर स्पेशल असिस्टेंट के. माइकल की गिरफ्तारी इसी का परिणाम है। सीबीआइ का कहना है कि माइकल के घर और दफ्तर में मारे गए छापे में कई अहम दस्तावेज मिले हैं।
काला धन के कारोबारियों को बैंक से लेकर दूसरे कई स्तरों पर मदद की खबरों के बाद बैंकिंग तंत्र जागा है। रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने एक-एक नए नोट की निगरानी करने का निर्देश दिया है। बैंकों के संगठन भारतीय बैंक संघ (आइबीए) ने उन जगहों की जांच विशेष सतर्कता टीम से करवाने का फैसला किया है, जहां नए नोटों का जखीरा पकड़ा गया है। मंगलवार को आरबीआइ की तरफ से बैंकों को भेजी सूचना में कहा गया है कि काउंटर पर जमा होने वाले हर नोट की निगरानी का इंतजाम करें। इसके लिए बैंक ब्रांच में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। उन्हें इस वीडियो फुटेज को सुरक्षित सुरक्षित रखना होगा ताकि बाद में जांच एजेंसियों को उपलब्ध कराया जा सके। इससे उन्हें पकड़ा जा सकेगा, जो भीड़ की आड़ में नकली नोट जमा कर रहे हैं।
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साभार: जागरण समाचार
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