सरकारी स्कूलों से अतिथि अध्यापकों को हटाना छुट्टियों के बाद छात्रों पर
भारी पड़ने वाला है। 3581 सरप्लस अतिथि अध्यापकों को हटाने के बाद लगभग 400
मिडिल स्कूल बिना अध्यापकों के हो जाएंगे। बुधवार से ग्रीष्मकालीन अवकाश
के बाद स्कूल दोबारा से शुरू हो रहे हैं, ऐसे में इन स्कूलों का पूरा
जिम्मा मुख्याध्यापकों पर आ जाएगा। हटाए जाने वाले सभी अतिथि अध्यापक छठी
से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे थे।
स्कूल शिक्षा विभाग को
बिना शिक्षक वाले स्कूलों में व्यवस्था सुचारू करने में पसीने छूट रहे हैं।
नौवीं और दसवीं कक्षा भी अब अधिकतर स्कूलों में टीजीटी को ही पढ़ानी पड़
रही है, चूंकि इन स्कूलों में कार्यरत लेक्चरर को शिक्षा विभाग सीनियर
सेकेंडरी स्कूलों में भेज चुका है। ऐसे में दूसरे स्कूलों से शिक्षकों का
अस्थायी तबादला करने में भी मुश्किल आ रही है। मौलिक शिक्षा विभाग के
निदेशक आरएस खरब ने सभी जिला व खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों को जल्द
शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश जारी किए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों
को भेजे पत्र में कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र के मिडिल स्कूलों में
अतिथि अध्यापकों के हटने से खाली समाज विज्ञान, गणित और हिंदी के पदों पर
वर्कलोड के आधार पर अन्य स्कूलों से अध्यापकों की व्यवस्था करें। सभी खंड
शिक्षा अधिकारी 30 जून की शाम तक हर हाल में अस्थायी आंतरिक तबादलों के
जरिए शिक्षकों की नियुक्ति कर रिपोर्ट निदेशालय को भेज दें।
संत गोपालदास
भी पहुंचे: गोभक्त संत गोपालदास मंगलवार को रोजगार बचाओ महारैली में पहुंच
कर अनशनकारियों से मुलाकात करके उनका हाल-चाल जाना। गोपालदास ने
अनशनकारियों को अनशन लंबा खींचने के तौर-तरीकों से भी वाकिफ कराया।
Post
published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण
समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our
Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE . Please like our Facebook Page HARSAMACHAR
for other important updates from each and every field.