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भारत ने कई क्षेत्रों में दुनिया को पीछे छोड़ा है, इन्हीं में से एक
है रेलवे। भारतीय रेलवे ने 2013 में सबसे अधिक लोगों (8 अरब) को यात्री
सेवा प्रदान कर दुनिया में पहला स्थान प्राप्त किया है। हालांकि, दुनिया भर
में भारतीय रेल नेटवर्क स्थान चौथे नंबर पर आता है, साथ ही भारत का फ्रेट
रेल लाइन (माल वाहन) के मामले में भी चौथा स्थान है। तो आइए आज जानते हैं दुनिया के पांच सबसे बड़े रेल नेटवर्क के बारे में:- अमेरिका: 2,50,000 किलोमीटर के रेल नेटवर्क के साथ अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। देश के कुल रेल नेटवर्क का 80 प्रतिशत हिस्सा फ्रेट (माल) लाइनों का है, जबकि यात्री सेवाओं के लिए 35,000 किलोमीटर का नेटवर्क है। अमेरिका के फ्रेट रेल नेटवर्क में लगभग 538 रेलरोड हैं, जिसमें 7 क्लास-1 रेलरोड्स, 21 रीजनल रेलरोड्स और 510 लोकल रेलरोड हैं, जो प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा चलाए जाते हैं। यूनियन पैसिफिक रेलरोड और बीएनएसएफ रेलवे दुनिया के सबसे बड़े फ्रेट रेलरोड नेटवर्क में से एक हैं। नेशनल पैसेंजर रेल नेटवर्क एमट्रैक (Amtrak) में कुल 30 ट्रेन रूट हैं, जो अमेरिका के 46 राज्यों में 500 जगहों को एक दूसरे से जोड़ते हैं।
- चीन: चीन रेल नेटवर्क की कुल लंबाई 1,00,000 किलोमीटर है, जो इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क बनाती है। चाइना रेलवे कॉरपोरेशन ने 2013 में 2.08 अरब (भारतीय रेलवे के बाद दूसरा सबसे अधिक) यात्रियों को सेवाएं दी हैं और 3.22 अरब टन (अमेरिकन रेल नेटवर्क के बाद दूसरा) के फ्रेट की ढुलाई की है। चीन में कुल रेल नेटवर्क में से 10,000 किलोमीटर की रेल लाइन हाई स्पीड लाइन हैं, जबकि 90,000 किलोमीटर की लाइन साधारण है। 2050 तक चीन के कुल रेल नेटवर्क को 2,70,000 किलोमीटर तक करने की योजना है।
- रूस: रूस का कुल रेल नेटवर्क 85,500 किलोमीटर का है। यहां का पूरा रेल नेटवर्क रशियन रेलवेज के द्वारा चलाया जाता है। 2013 में इस नेटवर्क ने कुल 1.08 अरब यात्रियों को अपनी सेवा दी और 1.2 अरब टन के फ्रेट की ढुलाई की। इसका फ्रेट वॉल्यूम अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे अधिक वॉल्यूम है। रशियन रेलवे नेटवर्क में कुल मिलाकर 12 मुख्य लाइनें हैं, जिनमें से अधिकतर लाइनें सीधे यूरोपियन और एशियन नेशनल रेलवे सिस्टम से मिलती हैं, जैसे फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, चीन, मंगोलिया और नॉर्थ कोरिया।
- भारत: भारत का रेल नेटवर्क लगभग 65,000 किलोमीटर का है, जो दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है। 2013 में भारतीय रेल नेटवर्क ने लगभग 8 अरब (दुनिया में सबसे अधिक) लोगों को यात्री सेवा दी, और करीब 1.01 अरब टन फ्रेट की ढुलाई का काम (दुनिया में चौथा सबसे अधिक) किया। भारतीय रेलवे कुल मिलाकर 17 जोन में बांटा गया है। इस नेटवर्क में हर रोज 19,000 से भी अधिक ट्रेनें चलती हैं, जिनमें 12,000 पैसेंजर ट्रेन और 7000 फ्रेट ट्रेन हैं। भारतीय रेलवे 2017 तक 4000 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन बिछाने की योजना बना रही है। यह 2017 तक 3,338 किलोमीटर का फ्रेट नेटवर्क भी बनाना चाहती है, जिसमें पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भी शामिल हैं। यह बनाए जाने वाले 6 फ्रेट कॉरिडोर में से 2 फ्रेट कॉरिडोर हैं।
- कनाडा: कनाडा का रेल नेटवर्क 48,000 किलोमीटर का है, जो दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। कनेडियन नेशनल रेलवे और कनेडियन पैसिफिक रेलवे कनाडा में संचालन करने वाले दो प्रमुख फ्रेट रेल नेटवर्क हैं। देश में 12,500 किलोमीटर की इंटरसिटी पैसेंजर रेल सर्विस है। एल्गोमा सेंट्रल रेलवे और ऑन्टेरियो नॉर्थलैंड रेलवे देश में सबसे अन्य छोटे प्रोवाइडर हैं,जो कुछ रूरल इलाकों में रेलवे सुविधा प्रदान करते हैं।
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साभार: भास्कर समाचार
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