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हरा धनिया सिर्फ सब्जियों व व्यंजनों की शोभा बढ़ाने में ही उपयोगी नहीं
है, बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी मौजूद है। हमारे बड़े-बुजुर्ग इसके गुणों
को जानते थे। इसीलिए प्राचीन समय से ही धनिए का उपयोग भारतीय भोजन का स्वाद
बढ़ाने के लिए उपयोग में लाया जाता रहा है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं
हरे धनिए के कुछ ऐसे ही कुछ खास गुणों के बारे में: - धनिया की पत्ती खाने से त्वचा की समस्याएं दूर होती है। इसमें एंटी फंगल, ऐंटीसैप्टिक, डिटॉक्सीफाइंग गुण पाए जाते हैं। इसलिए खुजली की समस्या में भी यह रामबाण का काम करता है। यदि किसी को खुजली की समस्या है तो धनिए का पेस्ट त्वचा पर लगाएं। यह त्वचा की विभिन्न समस्याओं जैसे एक्जीमा, सुखापन और एलर्जी से राहत दिलवाता है।
- हरा धनिया डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करता है। इसकी हरी पत्तियां पित्तनाशक होती हैं। पित्त या कफ की शिकायत होने पर दो चम्मच धनिए की हरी-पत्तियों का रस सेवन करना चाहिए।
- धनिए की पत्तियों में एंटी टय़ुमेटिक और एंटी अर्थराइटिस गुण होते हैं। यह सूजन कम करने में बहुत मददगार होता है, इसलिए इसके सेवन से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
- आयरन से भरपूर होने के कारण यह एनिमिया को दूर करने में मददगार होता है। एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन ए, सी और कई मिनरल से भरपूर धनिया कैंसर से बचाव करता है।
- धनिए की चटनी बनाकर खाई जाती है, क्योंकि जो इसको खाने से नींद अच्छी आती है। डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति के लिए तो यह वरदान है। यह इंसुलिन बढ़ाता है और रक्त का ग्लूकोज स्तर कम करने में मदद करता है।
- शरीर पर होने वाली फुंसी से निजात पाने के लिए ताजा धनिए के रस को शहद के साथ मिला लें। इस पेस्ट को त्वचा के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। करीब 15 मिनट तक इस पेस्ट को लगे रहने दें और फिर ठंडे पानी से इसे धो लें।
- धनिए में विटामिन सी, विटामिन ए, एंटीऑक्सीडेंट और फॉस्फोरस जैसे मिनरल पाए जाते हैं। इसलिए यह कमजोर आंखों के लिए भी एक अच्छी दवा है।
- धनिए के कुछ पत्तों को पीस कर इसे पानी में उबाल लें। इसके बाद किसी साफ कपड़े से छान लें। इसकी कुछ बूंद को आंखों में डालने से आंखों के दर्द और पानी निकलने की समस्या से निजात मिलती है।
- 20 ग्राम धनिए के ताजे पत्ते लें और उसे थोड़े से कपूर के साथ पीस लें। अब इसके रस को अच्छी तरह से निचोड़ लें। जब आप इसे नाक में डालेंगे तो खून का आना तुरंत बंद हो जाएगा। साथ ही, आप इसके पेस्ट को अपने ललाट पर भी लगा सकते हैं।
- गर्भवस्था के शुरुआती दौर में कई महिलाएं मतली या उल्टी का अनुभव करती है। ऐसी स्थिति में एक कप धनिए को एक कप चीनी और पानी के साथ खौलाएं। ठंडा हो जाने के बाद इसका सेवन करें।
- धनिए के सुगंधित तेल में सिटरोनेलोल पाया जाता है, जो कि एक बेहतरीन एंटी सेप्टिक है। इसीलिए यह मुंह के जख्म और छाले के लिए फायदेमंद होता है।
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साभार: भास्कर समाचार
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