Saturday, December 10, 2016

यूपीए-2 के कार्यकाल में 450 करोड़ की घूसखोरी के आरोप में पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी अरेस्ट

नौ साल पहले वायुसेना प्रमुख रहे एसपी त्यागी को सीबीआई ने शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया। मामला 3600 करोड़ रुपए के अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में 450 करोड़ रुपए की घूसखोरी से जुड़ा है। यूपीए-2 के कार्यकाल में फरवरी, 2010 में ब्रिटेन की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा हुआ था।
यह पहला मौका है जब कोई भी पूर्व सेना प्रमुख भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार हुआ है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 71 साल के त्यागी साल 2007 में रिटायर हुए थे। सीबीआई ने शुक्रवार को त्यागी के साथ उनके चचेरे भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और चंडीगढ़ के वकील गौतम खेतान को पूछताछ के लिए बुलाया था। चार घंटे तक पूछताछ के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। यह अगस्ता घोटाले में पहली गिरफ्तारियां हैं। घोटाला उजागर होने के बाद 2013 में सीबीआई ने त्यागी सहित 18 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई का दावा है कि त्यागी के साथ कुछ और लोग भी इस साजिश में शामिल थे। 
कांग्रेस- नोटबंदी से ध्यान हटाने का प्रयास, भाजपा- भ्रष्टाचारियों को बचाना कांग्रेस की आदत गिरफ्तारी पर राजनीतिक लड़ाई भी शुरू हाे गई है। कांग्रेस का कहना है कि नोटबंदी की समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया गया। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और मीडिया प्रमुख श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को बचाना कांग्रेस की आदत है। 
दोनों कंपनियों की भूमिका क्या: इटली की एजेंसियों का दावा है कि दलाली के 140 करोड़ रु. हवाला के जरिए आईडीएस इंडिया से भारत पहुुंचे और फिर संबंधित लोगों तक पहुंचाए गए। सीबीआई ने दोनों कंपनियों के सीएमडी प्रताप अग्रवाल और डायरेक्टर सतीश बागरोडिया को आरोपी बनाया था। 
इटली में सार्वजनिक हुई थी कार्रवाई: घोटाले की जानकारी इटली में सार्वजनिक हुईं। वहां सरकारी वकीलों ने अगस्ता की मुख्य कंपनी फिनमेक्कैनिका के चीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इस साल सात अप्रैल को इटली की कोर्ट ने इस डील में घूस देने के आरोप में फिनमेक्कैनिका के दो अधिकारियों को दोषी ठहराया था। घोटाला सामने अाने पर केंद्र सरकार ने 2014 में सौदा रद्द कर दिया था। जांच में करार के लिए करीब 450 करोड़ की घूस का खुलासा हुआ।
त्यागी ने कबूली कंपनी के अफसरों से मिलने की बात: सीबीआई की पूछताछ में त्यागी ने स्वीकार किया कि सौदे की बातचीत के दौरान ही उन्होंने कंपनी के अफसरों से मुलाकात की थी। सीबीआई ने त्यागी से दलालों से कथित रिश्तों, उनके इटली दौरों, हेलिकॉप्टर के लिए शर्तों में तब्दीली और उनके चचेरे भाई से रिश्तों को लेकर कई सवाल किए थे। 
रिश्तेदारों और वकीलों के जरिये ली गई थी रिश्वत: आरोप है कि त्यागी ने रिश्तेदारों और वकीलों के जरिये घूस ली। सीबीआई जांच में यह खुलासा हुआ है। सीबीआई के अनुसार वकील खेतान ने कबूला कि उन्होंने यूरोप के बिचौलिए ग्यूडो हैश्क और कार्लो गेरोसा से पैसे लिए। हालांकि, उसने कहा कि यह पैसे घूस के तौर पर नहीं थे। त्यागी का एक फैसला संदेह का कारण बना। खरीदे जाने वाले 12 में से 8 हेलीकॉप्टर ज्यादा ऊंचे नहीं उड़ सकते थे। आरोप है कि सौदा पूरा कराने के लिए त्यागी ने साल 2005 में खरीद की शर्तों में बदलाव किया। अधिकतम उड़ान की ऊंचाई 6000 से घटाकर 4500 मीटर करवा दी। इससे अगस्ता वेस्टलैंड भी दौड़ में शामिल हो गई। हालांकि, त्यागी का कहना था कि यह फैसला उनका अकेले का नहीं बल्कि सामूहिक था। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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