साभार: जागरण समाचार
हरियाणा में पांच नगर निगमों के मेयर पद के उम्मीदवार घोषित करते समय भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के तरीके का संकेत दे दिया है। पार्टी सिर्फ जिताऊ उम्मीदवारों पर ही दांव
खेलेगी। भले ही उसे मौजूदा विधायकों और सांसदों का टिकट काटना पड़े।
भाजपा के हरियाणा प्रभारी डॉ. अनिल जैन और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल, रोहतक, यमुनानगर, पानीपत और हिसार नगर निगमों के मेयर पद के उम्मीदवार घोषित करते हुए न केवल जातीय संतुलन का पूरा ध्यान रखा, बल्कि मंत्रियों का दबाव दरकिनार कर उन्हीं चेहरों पर दांव खेला जो जीत दिलाने की स्थिति में हैं। हालांकि दो नगर निगमों में ऐसे टिकट भी गए हैं, जहां पार्टी कार्यकर्ता किसी नए चेहरे की अपेक्षा कर रहे थे।
दरअसल, लोकसभा और विधानसभा चुनाव सिर पर हैं। भाजपा को अमूमन शहरी मतदाताओं की पार्टी माना जाता है। पिछले साढ़े चार साल के अंतराल में भाजपा ने शहरों के साथ-साथ गांवों पर भी पूरा फोकस रखा है, लेकिन परीक्षा का यह दौर शहरी मतदाताओं में अपना आधार मजबूत करने का है। ऐसे में भाजपा टिकट आवंटन को लेकर किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं थी।
पांचों निगम चुनावों से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी किनारा कर चुकी है। इनेलो-बसपा गठबंधन सिर्फ मेयर पद के उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगा। हालांकि उसकी कोशिश भाजपा को धराशायी करने की होगी, लेकिन पार्टी किसी भी सूरत में इन निगम चुनाव को लूज नहीं होने देगी, क्योंकि इन पांचों निगमों के चुनाव नतीजे भाजपा के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव में माहौल बनाने का काम करेंगे।
निगम कम थे, इसलिए एडजेस्ट नहीं हो पाए जाट और ब्राह्मण: भाजपा ने करनाल से वैश्य रेणु बाला गुप्ता, रोहतक से मदन मोहन गोयल, पानीपत से सिख महिला अवनीत कौर, यमुनानगर से मदन चौहान और हिसार से गौतम सरदाना को टिकट दिया है। इनमें दो वैश्य, दो महिला, एक पंजाबी और एक पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि जाट और ब्राह्मण उम्मीदवारों को भी टिकट देने की मांग कुछ मंत्रियों ने उठाई, लेकिन चुनाव वाले निगमों की संख्या कम होने की वजह से इन दोनों बिरादरियों को समायोजित करना पार्टी के लिए मुश्किल हो गया था।
पूरी गंभीरता से लड़ेंगे निगम चुनाव: सीएम के मीडिया सलाहकार राजीव जैन का कहना है कि भाजपा पांचों नगर निगमों के मेयर और पार्षदों के चुनाव पूरी गंभीरता के साथ लड़ेगी। पार्टी ने साढ़े चार साल में जनहित के जो काम किए हैं, उनके आधार पर हमें वोट मिलेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की स्वच्छ छवि और सरकार के हर वर्ग के लिए समान विकास कार्य हमारी जीत का आधार बनने वाले हैं। रही टिकट कटने या बंटने की बात, इस तरह के कयासों पर कुछ नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस, इनेलो-बसपा और आप चुनावी रेस से बाहर हैं।