साभार: जागरण समाचार
इनेलो में छिड़ी महाभारत में शब्दबाण प्रहारों को जायज ठहराते हुए सांसद दुष्यंत चौटाला ने एक बार फिर अपने चाचा नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला को दुर्योधन और रावण की संज्ञा दी। उन्होंने कहा, लोग (अभय
चौटाला) कहते हैं कि दुष्यंत को मैंने एमपी बनाया है। उनकी हर बात में 'मैं' होती है, लेकिन वे समझ लें कि 'मैं' रूपी अहंकार तो रावण का भी नहीं रहा। वे क्या चीज हैं। मुझे जनता ने बनाया है और इसके लिए मैं हमेशा एहसानमंद रहूंगा।
दुष्यंत यहां नई अनाज मंडी में इंसाफ रैली को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन भाजपा से बागी हुए नेता जयभगवान शर्मा डीडी ने किया था। रैली के जरिये उन्होंने आधिकारिक तौर पर दुष्यंत की भावी पार्टी को ज्वाइन किया। दुष्यंत ने कहा कि यह आरोप-प्रत्यारोप का समय है। अजय चौटाला ने उनके बारे में सही कहा था। संधि नहीं अब रण होगा, जीवन या मरण होगा। यह दुर्योधन अब धराशायी होगा। आपने जो पौधा लगाया था उसे ही बर्बाद करने में लगे हो।
दुष्यंत ने कहा कि वर्ष 2019 में संगठन को खड़ा करके आगे बढऩा है। इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा गीता की धरती ज्योतिसर में कह रहे थे कि कोई भी पार्टी को छोड़कर नहीं गया है। उन्हें अब अंदाजा हो गया है कि उनका संगठन अब बस नाम का बचा है। नेता को ढूंढने से भी नहीं मिल रहे। उन्होंने अरोड़ा को ज्योतिसर के मंदिर में फिर ऐसा झूठ नहीं बोलने की कसम खाने को कहा। जनता आईना है।