साभार: जागरण समाचार
बल्लभगढ़ के सुनपेड़ गांव में दलित परिवार को जलाने के मामले में सीबीआइ अब अगली तारीख पर कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट पेश करेगी। इस मामले में 12 लोगों को आरोपित बनाया गया था। इनमें एक नाबालिग आरोपित
के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट पहले ही दायर हो चुकी है। अगली सुनवाई 5 जनवरी को होगी।
बचाव पक्ष के वकील एसपीएस परमार और अभिषेक सिंह राणा ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुनवाई के दौरान सीबीआइ के वकील ने कहा कि उसकी ओर से तीन साल तक जांच करने के बाद अब क्लोजर रिपोर्ट आएगी। सुनपेड़ गांव में दलित परिवार के कमरे की खिड़की में पेट्रोल डालकर आग लगा देने की यह घटना राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही थी। वारदात में गृह स्वामी जितेंद्र सिंह और पत्नी रेखा झुलस गए थे, जबकि उनके 3 वर्षीय बेटे वैभव और 10 माह की बेटी दिव्या की मौत हो गई थी। गंभीर रूप से घायल रेखा को सफदरजंग अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जितेंद्र ने गांव के ही 12 लोगों बलमत, जगत, धर्म सिंह, ऐदल सिंह, नौनिहाल, जो¨गद्र, सूरज, आकाश, अमन, संजय और देशराज पर केस दर्ज कराया था। पुलिस ने चार लोगों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था। अन्य आरोपियों को बाद में गिरफ्तार किया गया। सीबीआइ ने 29 अक्टूबर 2015 को केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। जनवरी 2016 में आरोपितों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया था। बचाव पक्ष के वकील एसपीएस परमार एवं अभिषेक सिंह राणा ने बताया कि हमने दलित परिवार को जलाने के मामले में शिकायतकर्ताओं के पॉलीग्राफ टेस्ट की मांग की थी, लेकिन उस समय शिकायतकर्ता जितेंद्र कुमार ने पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने से इन्कार कर दिया था।