सरकार आपसे एक जानकारी मांगे और आपको उसके लिए 15 लाख रुपए का ईनाम
दिया जाए तो कैसा लगेगा। निश्चित ही इस पर यकीन करना मुश्किल है, लेकिन यह
सच है। सरकार ने टैक्स चोरों को पकड़ने के लिए नया तरीका निकाला है। अगर
आपको किसी टैक्स चोर की जानकारी है और ऐसे किसी भी व्यक्ति की आप जानकारी
देते हैं तो सरकार आपको 15 लाख रुपए का ईनाम देगी। वित्त मंत्रालय से मिली
जानकारी के मुताबिक सरकार का मानना है कि इस पहल से बड़े टैक्स चोरों को
पकड़ने में सफलता मिल सकती है। सरकारी नियम के मुताबिक सूचना देने
वालों को
कुल बकाया टैक्स राशि से 10 फीसदी हिस्सा या अधिक का ईनाम दिया जा सकता
है।
इन कैटेगरी को किया शामिल: सरकार ने इस कैटेगरी में टीडीएस और सेल्फ एसेसमेंट टैक्स को भी शामिल
किया है। वहीं, सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट ने टेलिकॉम और प्रॉपर्टी के किराए
सहित 5 प्रमुख सेक्टर्स पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है। इन
सेक्टर्स में टैक्स चोरी की ज्यादा संभावनाएं हैं।
जारी की गई गाइडलाइंस: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पिछले हफ्ते देश में अपने सभी कार्यालयों
को इससे संबंधित गाइडलाइन्स जारी की थी। इसके मुताबिक घोषित टैक्स चोरों के
खिलाफ सूचना देने वाले को उस इकाई या व्यक्ति से मिले टैक्स का 10 फीसदी
ईनाम के रूप में दिया जाएगा, लेकिन इसके लिए अधिकतम सीमा 15 लाख रुपए तय की
गई है।
5 सेक्टरों में ज्यादा सर्विस टैक्स की चोरी: सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक एविएशन ऑपरेशन, मैनपावर
रिक्रूटमेंट और सिक्युरिटी एजेंसियों, वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट और कंस्ट्रक्शन
सेक्टर्स की भी ज्यादा टैक्स चोरी वाले सेक्टरों के रूप में पहचान की गई
है। डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, टैक्स कलेक्शन में सुधार
के लिए सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट ने पांच सेक्टरों की अलग-अलग प्रोफाइलिंग
की है। इसका उद्देश्य सर्विस टैक्स ऑडिट और रिटर्न की जांच में मदद करना
है। सेक्टर केंद्रित प्रोफाइलिंग सर्विस टैक्स रिटर्न की मैनुअल स्क्रूटनी
के अतिरिक्त है, जो 1 अगस्त से शुरू की गई है।
सर्विस टैक्स कलेक्शन में अनुमान से कम ग्रोथ: विस्तृत मैनुअल रिटर्न स्क्रूटनी ऐसे लोगों की जाएगी, जिनका कुल टैक्स
भुगतान 2014-15 में 50 लाख रुपए से नीचे रहा है। सरकार ने चालू फाइनेंशियल
ईयर के लिए 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 2.09 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा
सर्विस टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य रखा है। अप्रैल से जुलाई के दौरान सर्विस
टैक्स रेवेन्यू 20.1 फीसदी बढ़कर 60,925 करोड़ रुपए रहा है।
7848 करोड़ की ब्लैकमनी: सरकार टैक्स चोरों पर शिकंजा इसलिए कस रही है, क्योंकि वर्ष 2013-14
के दौरान देश के भीतर और बाहर 7,800 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी का पता लगाया
है। फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से तैयार रिपोर्ट के अनुसार एफआईयू
(फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट) की कार्रवाई से इस अवधि के दौरान इनकम
टैक्स डिपार्टमेंट ने 7,078 करोड़ रुपए की अन-अकाउंटेड मनी का पता लगाया
गया। जबकि, कस्टम ड्यूटी और सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट ने 750 करोड़ रुपए
का पता लगाया। इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी 20 करोड़ रुपए से
जुड़े अपराध का पता लगाया और 17 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की। एफआईयू की
ओर से तैयार इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस के परिणामस्वरूप इनकम टैक्स
डिपार्टमेंट ने 163 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की और सर्विस टैक्स
डिपार्टमेंट ने इस अवधि के दौरान 17 करोड़ रुपए की कीमत की संपत्ति सील की।
फाइनेंस मिनिस्ट्री के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एफआईयू की ओर से
पिछले साल के दौरान कुल 7,848 करोड़ रुपए का पता लगाया गया है।
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साभार: भास्कर समाचार For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE . Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.
