धरना-प्रदर्शन और तालाबंदी की राजनीति से पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही
थी। जिससे भी फरियाद की जाती, सियासत करने लगता। सवाल भविष्य का था, इसलिए
हाथ पर हाथ धरे बैठी नहीं रह सकती थीं। कैथल के पाई गांव स्थित राजकीय
स्कूल की छात्रओं ने अपनी जेब से पैसा इकट्ठा किया और शिक्षिका का जुगाड़
कर सभी को आईना दिखा दिया। पाई के राजकीय कन्या विद्यालय में कक्षा छठी से
12वीं तक की करीब साढ़े छह सौ छात्रएं
पढ़ती हैं। अतिथि अध्यापकों को हटाने
के बाद यहां सिर्फ तीन लेक्चरर व तीन ही मास्टर बचे हैं। इनमें भी गणित और
राजनीति विज्ञान का कोई शिक्षक नहीं है। लिहाजा, कक्षा नौवीं और 10वीं की
छात्रएं गणित की पढ़ाई को लेकर परेशान थीं वहीं 11वीं और 12वीं की छात्रएं
राजनीति विज्ञान को लेकर। इस स्थिति के मद्देनजर विद्यालय की कार्यवाहक
प्रिंसिपल रेखा ने बाकी शिक्षकों से सलाह करके उक्त सभी कक्षाओं की छात्रओं
के सामने प्रस्ताव रखा। वो यह कि अगर सब आपस में 10-10 या 15-15 रुपये
महीना देने को तैयार हों तो शिक्षक का जुगाड़ किया जा सकता है। छात्रओं ने
सहर्ष अनुमति दे दी। इस पर स्कूल की ओर से कई शिक्षक- शिक्षिकाओं से संपर्क
किया गया।
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साभार: जागरण
समाचार
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