साभार: जागरण समाचार
हरियाणा में भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) अधिकारियों को तय समय से पहले ही पदोन्नित और वेतन में बढ़ोतरी का लाभ दे दिया गया। इसके लिए विभागीय समिति ने
औपचारिकताएं तो सभी पूरी की लेकिन नियमों की उपेक्षा कर दी। केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार पदोन्नति सेवा के 25वें साल होनी थी लेकिन यहां 24वें साल ही पदोन्नति दे दी गई। यह खेल एक आला अधिकारी की रिटायर्डमेंट से पहले प्रमोशन करने के लिए किया गया।
विभाागीय समिति ने समय से पहले पदोन्नत कर वेतन बढ़ोतरी भी कर दी: सूत्रों के अनुसार, डीएसपी रैंक से एडीजीपी रैंक तक अधिकारियों को पदोन्नत करने के लिए विभागीय समिति बैठती है। इसमें प्रदेश के मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी के अंतिम फैसला बाद सरकार प्रमोशन पर मुहर लगाती है। इसी प्रकार आइएएस अधिकारियों की पदोन्नति के लिए भी समिति की बैठक होती है। करीब चार माह पहले हरियाणा पुलिस में कई पुलिस अफसरों को पदोन्नति दी गई।
नियमों के अनुसार, पदोन्नति सन 2019 में दी जानी थी, लेकिन इनके नामों पर पहले ही मुहर लगा दी गई। पुलिस विभाग में 24वें साल पदोन्नति की बात आइएएस अफसरों को पता चली तो उन्होंने भी अपने एक आइएएस की प्रमोशन करने के लिए दबाव बना दिया।
इसके बाद आइएएस अफसरों को भी समय से पहले पदोन्नति दे दी गई। सूत्रों के अनुसार एक पुलिस अधिकारी को सेवानिवृत्ति से दो दिन पहले ही पदोन्नति देकर भविष्य में अधिक बेनीफिट देने के लिए ही ऐसा किया गया। पूरे मामले के गर्माने की संभावना है।