Monday, November 9, 2015

बात काम की: अब सीधे दें साइबर अपराध की जानकारी

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोग अब साइबर अपराध की शिकायत सीधे दर्ज करा सकेंगे। इसके लिए कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। साइबर अपराध के बढ़ते ममलों से निपटने में पुलिस की अक्षमता को देखते हुए नई व्यवस्था प्रारंभ की गई है। दिल्ली-एनसीआर में ऐसा पहला निजी साइबर अपराध रिपोर्टिग हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया है। यह हेल्पलाइन नंबर सार्वजनिक होने के बाद पिछले 15 दिनों में तकरीबन 250 शिकायतें
दर्ज हो चुकी हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इंडियन साइबर आर्मी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इनमें 130 मामले वित्तीय धोखाधड़ी और 80 मामले सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिये महिलाओं को परेशान करने से संबंधित हैं। शिकायत दर्ज कराने वालों में अधिकतर लोगों ने समस्या सुलझने के बाद सुझाव के बावजूद पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज की। अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि आठ मामलों (छह साइबर चोरी, दो सोशल मीडिया से जुड़े) को दिल्ली पुलिस को सौंपा गया है, जिनकी जांच चल रही है। हेल्पलाइन शुरू करने का विचार अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआइ के इंटरनेट क्राइम कंप्लेन सेंटर (आइसी-3) से लिया गया है। हेल्पलाइन शुरू करने में शामिल रहे एक डेवलपर ने बताया कि वित्तीय धोखाधड़ी और सोशल मीडिया के मामलों में क्रमश: संबंधित बैंक और सोशल नेटवर्किंग साइट से संपर्क साधा जाता है। 1उन्हें पहचान पत्र और वित्तीय लेनदेन का ब्योरा सौंपकर पैसे वापस करने और अश्लील सामग्रियां हटाने के लिए कहा जाता है। उनके मुताबिक इस प्रक्रिया सेऐसे मामलों का त्वरित निस्तारण कर दिया जाता है। डेवलपर ने दावा किया कि 15 दिनों में 15 लाख मूल्य के वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायतें मिलीं थीं, जिनमें आठ लाख को रिकवर किया जा चुका है। इसके अलावा सैकड़ों अश्लील सामग्रियों को भी हटाया जा चुका है। नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन में सेवा दे चुके अधिकारी ने बताया कि सरकार अब तक साइबर अपराध पर उचित ध्यान नहीं दे रही थी। 
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साभारजागरण समाचार 
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