Friday, September 5, 2014

इन सात चीजों से होते हैं पिम्पल्स, ज्यादा न खाएं

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पिंपल्स होते ही आप टेंशन में आ जाते हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिससे हर लड़की और महिला निजात पाना चाहती है, क्योंकि खूबसूरत चेहरे पर पिंपल्स चांद पर दाग की तरह लगते हैं। इन्हें दूर करने के लिए आप तरह-तरह के उपाय ढूंढते हैं, लेकिन अगर हम अपनी डाइट में कुछ चीजों को कम मात्रा में शामिल करें, तो मुहांसे की परेशानी दूर ही रहेगी। जी हां, आज हम आपको 7 ऐेसे फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अधिक मात्रा में सेवन करने से मुहांसे या एक्ने की समस्या बढ़ जाती है: 
  1. डेयरी प्रोडक्ट्स: जो लोग सोचते हैं कि दूध पीने से लोग गोरे हो जाते हैं, उनके लिए यह बुरी खबर हो सकती है। हाल ही में एक रिसर्च के दौरान यह बात सामने आई है कि दूध पीने से मुहांसे हो सकते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, डेयरी प्रोडक्ट्स पिंपल्स पैदा करने वाले हारमोन्स को बढ़ा देते हैं। गाय के दूध के बजाय बादाम दूध, राइस मिल्कया कोकोनेट मिल्क लिया जा सकता है।  
  2. चीनी: यह एक दूसरा सफेद पदार्थ है, जिससे एक्ने या मुहांसों की समस्या हो सकती है। चीनी में प्रो-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो स्किन में जलन पैदा करते हैं। इसी तरह एक्ने यानी मुहांसों में भी जलन होती है। ऐसे में, जिन लोगों को जल्दी-जल्दी मुहांसे होते हैं, उन्हें एंटी-इन्फ्लेमेटरी डाइट फॉलो करनी चाहिए। इसका ये कतई मतलब नहीं है कि आप चीनी को अपनी डाइट से हटा ही दें, मीठे के लिए आप फल खा सकते हैं।  
  3. कॉफी: कॉफी बीज में एक ऑर्गेनिक एसिड होता है जो शरीर में कोर्टिसोल लेवल को बढ़ाता है। कोर्टिसोल को स्ट्रेस हार्मोन भी कहते हैं और यह इन्फ्लेमेशन को बढ़ा देता है। इसलिए आप कॉफी के बजाय चाय ले सकते हैं।  
  4. सोयाबीन: अगर मुहांसे आपके मुंह या जॉ-लाइन (जबड़े की हड्डी) के आसपास निकले हों, तो इसका कारण टोफू या सोया फूड हो सकता है। इसका कारण सोयाबीन में मौजूद एस्ट्रोजेन्स या साइटोएस्ट्रोजेन्स है। एस्ट्रोजेन्स हार्मोन्स होते हैं जो शरीर में यौन विकास के लिए ज़रूरी होते हैं। सोयाबीन में मौजूद साइटोएस्ट्रोजेन्स एस्ट्रोजेन्स हार्मोन्स को प्रभावित करता है। इसकी वजह से भी मुहांसे होते हैं।  
  5. ब्रेड: अगर आपकोअक्सर मुहांसे हो जाते हैं तो इसकी वजह ब्रेड का अधिक सेवन भी हो सकता है। गेहूं जलन का कारण बन जाता है, जबकि मुहांसों से छुटकारा पाने के लिए आपको फूड में इन्फ्लामेट्री पदार्थ कम करने होंगे।  
  6. कोकोनेट ऑयल: नारियल तेल की वजह से मुहांसे हो सकते हैं। यह सुनकर आप शॉक्ड हो गए होंगे। सच्चाई यह है कि नारियल तेल से मुंह के आस-पास के स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं। साथ ही, यह एक तरह से जलन भी पैदा करता है। इसके अधिक सेवन से अक्सर गाल और जॉ-लाइन (जबड़े की हड्डी) पर मुहांसे हो जाते हैं।  
  7. मूंगफली: मूंगफली में एंड्रोगन पाया जाता है जो स्किन पर सीबम का अत्यधिक निर्माण करता है। सीबम तेल के ज़्यादा निकलने से मुहांसे हो सकते हैं। मूंगफली के स्थान पर बादाम और काजू खाया जा सकता है, जो एंड्रोगन लेवल को प्रभावित नहीं करता। 
पिंपल्स से खूबसूरती बिगड़ती है: पिंपल्स, ब्रेकआउट्स, पस वाले दाने, लाल दाने या फिर इन्हें मुहांसे कह लीजिए। एक उम्र में आकर ये ज़्यादा हो जाते हैं। वैसे मुहांसों को अंग्रेज़ी में Acne कहा जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इस शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई ? Acne शब्द का मतलब होता है किसी चीज़ का सबसे ऊपरी हिस्सा। अंग्रेज़ी में कहें तो 'द हाइएस्ट प्वाइंट'। इसकी उत्पत्ति ग्रीक शब्द akme से हुई है, जिसका मतलब प्वाइंट या स्पॉट होता है। 
पिंपल्स क्या होेते हैं: पिंपल्स को मेडिकली मुहांसे कहा जाता है। यह एक तरह से त्वचा का रोग है। ये तब होते हैं जब त्वचा से ज़्यादा तेल निकलता है। ये लड़के और लड़कियों में से किसी को भी हो सकता है। मुहांसे खतरनाक नहीं होते, लेकिन इससे सुंदरता में दाग लग जाता है। इसलिए, अगर त्वचा को साफ रखा जाए, तो मुहांसे होने की संभावना बहुत ही कम रह जाती है। 
क्यों निकलते हैं पिंपल्स: हमारी स्किन पर बहुत छोटे-छोटे पोर्स होते हैं, जिनसे बॉडी का ऑयल बाहर आ जाता है। जब यह ऑयल हमारे बालों की जड़ से मिलता है, तब त्वचा पर मुहांसे निकलने लगते हैं। यह एक तरह से गंदगी ही है। 
मुहांसों की वजह: जहां पर मुहांसा उगता है, वो उस जगह के ओपन पोर्स (रोम छिद्रों) को बंद कर देता है। ऐसे में, बॉडी का ऑयल उसी मुहांसे में इकट्ठा होने लगता है और काफी भद्दा दिखने लगता है। पिंपल्स चेहरे, पीठ, छाती, कंधे और गर्दन के पास ज़्यादा निकलते हैं, क्योंकि ये शरीर के वो अंग हैं जहां बॉडी का ऑयल ज़्यादा रिलीज़ होता है। वैसे, मुहांसे के कुछ प्रकार भी होते हैं और इनका इलाज इनके प्रकार पर ही निर्भर करता है।
साभार: भास्कर समाचार
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