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बदलती दिनचर्या और काम का बढ़ता स्ट्रेस सबसे ज्यादा किसी को
प्रभावित कर रहे हैं तो वह है हमारा दिल। हैरानी की बात यह है कि 20-40 वर्ष की
महिलाएं और युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं। देश के तीन जाने-माने हार्ट
स्पेशलिस्ट बता रहे हैं कि ऐसा क्या करें, जिससे आपके दिल को परेशानी हो।
रिस्क है या नहीं, जानें एक मिनट में: उन बिन्दुओं पर टिक करें जो आप पर लागू होते हैं। यदि आप दो या उससे ज्यादा पर
टिक करते हैं तो अपने डॉक्टर से मिलें और जानें पूरा
खतरा। साथ ही, यह भी
जानें कि इसे रोकने के लिए आप क्या कर सकते हैं: - फैमिली हिस्ट्री: पापा या भाई को 55 साल की उम्र से पहले या बहन को 65 साल की उम्र से पहले हार्ट अटैक आया हो। या इनमें से किसी को या दादा-दादी, नाना-नानी को स्ट्रोक (लकवा) आया हो।
- ब्लड प्रेशर: ब्लड प्रेशर 140/90 एमएमएचजी या इससे ज्यादा है।
- टोटल कोलेस्ट्रॉल: शरीर में इसकी मात्रा 240एमजी/डीएल या इससे ज्यादा है।
- एचडीएल कोलेस्ट्रॉल: शरीर में अच्छा कॉलेस्ट्रॉल 40एमजी/डीएल से कम है।
- फिजिकल एक्टिविटी: रोज की एक्टिविटी 30 मिनट भी नहीं।
- ओवरवेट: शरीर और हाइट के हिसाब से जो औसत वजन होना चाहिए, उससे नौ किलो ज्यादा है।
- डायबिटीज़: ब्लड शुगर लेवल 126एमजी/डीएल या उससे ज्यादा है। इसे कंट्रोल करने के लिए दवाई लेनी पड़ती है।
- हार्ट डिज़ीज मेडिकल हिस्ट्री: दिल की धमनियों में ब्लॉकेज, दिल की धड़कन की लय में गड़बड़ी या अन्य कोई समस्या या अटैक हुआ है।
- स्ट्रोक मेडिकल हिस्ट्री: धमनियों में ब्लॉकेज है या टीआईए (हल्का स्ट्रोक) आया हो। या पैरों की धमनियों की बीमारी या लाल रक्त कणिकाओं (आरबीसी) की परेशानी या सिकल सेल एनीमिया है।
आईफोन की नकल करें, डाइट की नहीं: अमेरिकन कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. डीन ओर्निश का मानना है कि पश्चिम के
'टेक अवे' कल्चर और 'पुश बटन' जीवनशैली की नकल के कारण ही भारत में
लाइफस्टाइल बीमारियां बहुत बढ़ी हैं। डॉ. ओर्निश कहते हैं कि भारतीयों ने अमेरिकी लोगों की तरह जीना शुरू कर दिया है। आज से 20-30
साल पहले यहां डायबिटीज़ की बीमारी थोड़े ही लोगों को थी, लेकिन आज इसने
ज्यादातर लोगों को जकड़ लिया है। और यह सब हुआ है आधुनिक जीवनशैली से। अच्छी खबर यह है कि आप इसे उलट सकते हैं। बस आपको अमेरिकी लाइफस्टाइल
छोड़नी होगी। अपनी पारंपरिक भारतीय डाइट अपनाएं। साग-भाजी, जड़ों वाली
सब्जियां, साबुत अनाज और सोया प्रोडक्ट। मेरी यह सलाह है कि हमारी सफलता को
अपनाएं गलतियों को नहीं। हमारे आईफोन की नकल करें, डाइट की नहीं।
महिलाओं के लिए क्या सही, क्या ग़लत:
- हमेशा खुश मिजाज रहना दिल को तंदुरुस्त रखता है। फैमिली में दिल की गड़बड़ियों का इतिहास हो तो खास ध्यान रखें।
- पति और मेहमानों को खूब चाय पिलाती हैं, खुद भी लेंगी तो बुरे कोलेस्ट्रॉल को लिमिट में रख सकेंगी। ध्यान रहें - ग्रीन या ब्लैक टी ही लें।
- महिलाओं के लिए रोज 310 मिग्रा मैग्नीशियम लेना जरूरी है। साबुत अनाज, सूखे मेवे और पत्तेदार हरी सब्जियां मैग्नीशियम के सुपरस्टार हैं, जो धड़कन को लय में रखते हैं।
- एस्ट्रोजन या टेस्टोस्टेरॉन जैसे हार्मोन की गड़बड़ी से जोखिम बढ़ जाता है। अनियमित पीरिड्स हों, अचानक वजन बढ़े या शरीर पर अतिरिक्त बाल नजर आएं तो डॉक्टर से मिलें।
- आप ऐसी जगह काम करती हों या रहती हों, जहां लगातार शोर हो रहा हो तो ब्लड प्रेशर बढ़ने से जोखिम बढ़ सकता है। इलाज? ईयर प्लग!
- हवा के प्रदूषण से दूर रहें। रिसर्च बताती है इससे हर साल 8 हजार हार्ट फैल्योर रोके जा सकते हैं। इससे धमनियां कड़ी पड़ जाती हैं।
नंबर्स जो याद रखने ही होंगे: एक नज़र आपकी हार्ट हेल्थ की आदर्श स्थिति पर। इसे ध्यान में रखकर आप हमेशा स्थिति काबू में रख सकते हैं।
- 2400 मिग्रा. से कम नमक हर दिन
- 150 मिग्रा/डीएल या उससे कम ट्राइग्लिसराइड लेवल
- 23 किग्रा/मिग्रा या उससे कम बीएमआई
- 33 इंच या इससे पतली कमर पुरुषों के लिए और 31 इंच से कम महिलाओं के लिए।
- 0 इनटेक तंबाकू उत्पादों का।
- 100 मिग्रा/डीएल या इससे कम फास्टिंग ग्लूकोज़ लेवल
- 50 मिग्रा/डीएल से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल महिलाओं में
- 30 मिनट या उससे ज्यादा एक्सरसाइज़
- 03 बार कम से कम दिन भर में फल-सब्जी का सेवन।
- 120/180 एमएमएचजी या इससे कम ब्लड प्रेशर
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साभार: भास्कर समाचार, डॉ. अमल लुईस (एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट, मुंबई), डॉ. सुधीर वैष्णव (अपोलो हॉस्पिटल चेन्नई), डॉ. हरिन व्यास (हिंदुजा, हेल्थकेयर सर्जिकल्स, मुंबई), अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन, एडप्टेड फॉर इंडियन पापुलेशन, वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (प्रिवेंशन, वुमंस हेल्थ और मेन्स हेल्थ से)
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