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पोषण की कमी, तनाव और खाने-पीने में अनियमितता होने से अल्सर होता है।
वहीं, अल्सर एक प्रकार के जीवाणु हेलिकोबैक्टर पायलोरी या एच. पायलोरी की
वजह से भी होता है। अल्सर कई प्रकार का होता है, जैसे अमाशय का अल्सर,
पेप्टिक अल्सर या गैस्ट्रिक अल्सर। इनका ठीक समय पर इलाज न होना कई और
बीमारियों का कारण बन जाता है। आज हम आपको अल्सर
ठीक करने कुछ घरेलू उपाय
बता रहे हैं। इन्हें अपना कर अल्सर से छुटकारा पाया जा सकता है। - शहद: शहर कई बीमारियों में लाभदायक होता है, क्योंकि यह शरीर में मॉइश्चर बनाए रखता है और डिहाड्रेशन दूर करता है। साथ ही, यह दाग-धब्बों के निशान को भी कम करता है और नए टिश्यू को जल्दी बढ़ाता है। वहीं, इसके एंटी-माइक्रोबायल इफेक्ट अल्सर को बहुत जल्दी ठीक करते हैं। इसके लिए शहद को चखते रहना चाहिए या फिर उसमें हल्दी मिला कर पेस्ट बनाकर लगाना चाहिए।
- तुलसी: तुलसी अल्सर में बहुत फायदेमंद होती है। यह एक अडैप्टोजेन हर्ब है, यह स्ट्रेस को कम करने में बेहद ही कारगर है। अल्सर के लिए पानी के साथ तुलसी की थोड़ी पत्तियां हर रोज़ दिन में तीन से चार बार खानी चाहिए। इससे अल्सर जल्दी ठीक हो जाता है और दोबारा नहीं होता।
- केला: पेप्टिक अल्सर के लिए केला सबसे प्रभावी उपायों में से है। केले में एसिडिटी कम करने वाला एक पदार्थ होता है। इसके प्रभाव से अल्सर से होने वाली जलन कम होती है। पेप्टिक अल्सर से गंभीर रूप से प्रभावित रोगियों को एक गिलास दूध और दो केला दिनभर में 2-3 बार लेना चाहिए।
- बादाम: बादाम को गरम मेवा माना जाता है, लेकिन यह अल्सर में बहुत फायदेमंद होता है। इसीलिए अल्सर पीड़ितों को बादाम पीसकर दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इसे सुबह-शाम पीने से कुछ दिनों में अल्सर ठीक हो जाता है।
- लिकरिस (मुलैठी): मुलैठी में कई औषधीय गुण होते हैं। साइंस में भी इसमें पाए जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्वों के बारे में बताया गया है। यह अल्सर में होने वाले दर्द को कम करता है। इसके लिए मुलैठी के पाउडर को पानी के साथ लेना चाहिए या फिर इसे अल्सर पर लगाना चाहिए। इसके अलावा, इसे हल्दी पाउडर के साथ मिलाकर भी अल्सर पर लगाया जा सकता है।
- पॉपी के बीज (खसखस): इसका कूलिंग इफेक्ट अल्सर पर बहुत असरदार होता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में ज्यादा गर्मी होने से मुंह में अल्सर होते हैं। इसके लिए खसखस के बीज खाना चाहिए। यह शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाते हैं।
- नारियल: सूखा नारियल, नारियल का तेल और नारियल पानी, ये तीनों अल्सर में फायदा पहुंचाते हैं। नारियल पानी पीने से शरीर को ठंडक मिलती है। नारियल का तेल अल्सर पर लगाने या ताज़ा नारियल खाने से अल्सर का दर्द कम होता है और जल्दी ठीक भी होता है।
- पोहा: पोहा अल्सर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पोहा और सौंफ को बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर बनाकर इसे पानी के साथ लेना चाहिए। इस मिश्रण को रोज़ाना सुबह दोपहर और शाम को पीना चाहिए। यह अल्सर में आराम देता है।
- मेथीदाना: मेथीदाने को पानी में उबालकर पीने से पेप्टिक अल्सर में राहत मिलती है। मेथीदाने को उबालने पर ये हल्के लिसलिसे हो जाते हैं। ये लिसलिसे दाने पेट में पहुंचकर छालों पर जम जाते हैं और सुरक्षा कवच के रूप में काम करते हैं। इससे मरीज़ को राहत मिलती है।
- दूध: हालांकि, दूध पीने से गैस्ट्रिक एसिड बनता है, लेकिन अल्सर होने पर ठंडे दूध में उतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर पीना चाहिए। यह कम मात्रा में लेना चाहिए। इससे कुछ दिनों में आराम मिल जाता है।
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साभार: भास्कर समाचार
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