Tuesday, September 30, 2014

वजन कम करना है तो पहले ये जरूर पढ़िए

नोट: इस पोस्ट को सोशल साइट्स पर शेयर/ ईमेल करने के लिए इस पोस्ट के नीचे दिए गए बटन प्रयोग करें। 
आज के समय में हेल्दी और फिट रहना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए डाइट और एक्सरसाइज़ ही एकमात्र ऐसा मंत्र है। फिट रहने के लिए एक्सरसाइज़ और डाइट के साथ-साथ आपको मानसिक तौर पर भी स्वस्थ रहना चाहिए। कहावत है – मन चंगा तो कठौती में गंगा। फिजिकल-मेंटल फिटनेस को लेकर सोसाइटी में कई तरह के भ्रम फैले हुए हैं। इससे पहले की आप फिटनेस के नाम पर एक्स्ट्रा डाइटिंग और वर्कआउट करें, ज़रूरी है कि डाइट और एक्सरसाइज़ से जुड़े मिथक
जानना। आइए जानते हैं: 
धारणा: बाज़ार में उपलब्ध फैट फ्री फूड आइटम्स सेहत के लिए हानिकारक नहीं होते। 
फैक्ट: आप बाहर का खाना या पैकेट का खाना खाएं तो उसमें सबसे पहले पढ़ लें कि कौन-सी चीज़ कितनी मात्रा में है। कुछ फूड आइटम्स में ज़्यादा शुगर, आटा और स्टार्च का यूज़ किया जाता है। यह खाने में तो टेस्टी लगता है, पर हेल्दी नहीं होता। इन सभी चीज़ों में कैलोरी ज़्यादा होने की वजह से वज़न बढ़ता है। कुछ लोग बाज़ार के पैकेज्ड फूड आइटम्स यह सोचकर खाते हैं कि इनमें कम कैलोरी होती है।
धारणा: पेट के फैट को कम करने के लिए क्रन्च (एक्सरसाइज़) करना सही है। 
फैक्ट- पेट के किसी एक हिस्से का फैट कम करना थोड़ा मुश्किल है। शरीर में फैट कम करने के लिए एक्सरसाइज़ और ज़्यादा वर्कआउट करने की ज़रूरत है। कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज से भी स्ट्रेंथ को बढ़ाया जा सकता है, साथ ही इससे पेट का फैट कम होता है। पेट के फैट को कम करने के लिए पेट की एक्ससराइज़ करें। 
धारणा: एक्सरसाइज़ से फैट मांसपेशियों में बदल जाता है। 
फैक्ट- फैट और मांसपेशियां दोनों ही अलग टिशू हैं और किसी भी टिशू को किसी दूसरे टिशू में बदला नहीं जा सकता। एक्सरसाइज़ से फैट को मांसपेशी में नहीं बदल सकते। रोज़ योगा और एक्सरसाइज़ करने से फैट को एनर्जी में बदलकर मांसपेशियों तक पहुंचाया जाता है, लेकिन फैट खुद मांसपेशियों में नहीं बदल सकता। इसलिए फैट को लेकर किसी तरह के भ्रम में न रहें। 
धारणा: एक्सरसाइज़ करने या वर्कआउट करने से पहले खाना नहीं खाना चाहिए।
फैक्ट- शरीर को एक्टिव रखने के लिए एनर्जी की ज़रूरत होती है। ऐसे में, आप अगर सुबह एक्सरसाइज़ करते हैं तो आप इससे पहले थोड़ा खाना खा सकते हैं। इससे आपको एनर्जी मिलेगी। आप चाहें तो हेल्दी स्नैक्स एक्सरसाइज करने से 3-4 घंटे पहले खा सकते हैं। पर्याप्त एनर्जी के लिए फल, दही, रोटी और सोया दूध अपनी डाइट में शामिल करें। एक्सरसाइज़ करने से पहले ज़्यादा हेवी खाना न खाएं। इससे पेट में दर्द होने के साथ उल्टी भी आ सकती है। 
धारणा: फैट शरीर के लिए ठीक नहीं है चाहे कहीं पर भी हो। 
फैक्ट- कुछ लोगों का मानना है कि शरीर में फैट का होना भी ज़रूरी है। कहा जाता है कि यह बीमारियों से बचाता है। यह बात कुछ हद तक ठीक भी है, लेकिन तब जब आपके फैट में ओमेगा3 और ओमेगा6 हो। इन फैटी ऐसिड्स की मात्रा को शरीर में बढ़ाने के लिए पटसन का बीज, सूरजमुखी का बीज, ऑलिव ऑयल, ऐवकाडो, फिश और ड्रायफ्रूट्स में बादाम, काजू और मूंगफली खाएं। इससे आपके शरीर में ओमेगा की मात्रा बढ़ेगी। यह कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल में रखता है। इससे आपको एनर्जी भी मिलेगी और भूख भी कम लगेगी। बिस्किट, केक,  कुकीज, क्रेकर्स और फ्रायड राइस खाने से वज़न बढ़ सकता है और डायबिटीज, दिल की बीमारी और ब्लडप्रेशर जैसी दिक्कत हो सकती है। 
धारणा: वज़न कम करने के लिए कैलोरी की कम मात्रा लेनी चाहिए।
फैक्ट- रोज़ एक्सरसाइज़ करने और कैलोरी कम लेने से वज़न कम होता है और फैट की मात्रा सही रहती है। 1200 से कम कैलोरी लेने पर शरीर में एनर्जी, क्षमता और मेटाबॉलिज्म कम होता जाता है। शरीर में एनर्जी और स्वस्थ रहने के लिए डाइट का सही होना ज़रूरी है। 
धारणा: जितना हेल्दी खाना खाएंगे, उतने समय तक हेल्दी रहेंगे।
फैक्ट- यह एक गलत धारणा है। फल और ओट्स हेल्दी फूड हैं। ये अधिक कैलोरी वाले फूड हैं। शरीर को हेल्दी रखने के लिए डाइट सही रखें। खाने में कैलोरी की मात्रा कितनी होनी चाहिए, इसका पता होना चाहिए। तभी आप कैलोरी की मात्रा को बैलेंस कर सकते हैं। भूख लगने पर या कुछ खाने की इच्छा होने पर ग्रीन टी या गर्म पानी पी सकते हैं।  
धारणा: देर रात में खाना खाने से वज़न बढ़ सकता है।
फैक्ट- खाना खाने का ऐसा कोई फिक्स्ड टाइम नहीं है, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि रात में देर से खाना खाने से वज़न बढ़ता है। रात में ज़्यादा खाना खाने से कैलोरी की मात्रा अधिक हो जाती है। दिन में एक बार खाना स्किप करने से रात में भूख ज़्यादा बढ़ जाती है और दिन में खर्च हुई कैलोरी की पूर्ति के लिए ज़्यादा खाना खाया जाता है। वज़न कम करने के लिए रात में सलाद, सूप और हरी सब्जियां खानी चाहिए। ब्रेड, पास्ता, चावल, चीज़ ज़्यादा न खाएं। 
धारणा: ज़्यादा से ज़्यादा वर्कआउट करें, ताकि पसीना निकल सके।
फैक्ट- पसीना निकलने से आपका वज़न कम नहीं होता, बल्कि यह शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है। अगर आप किसी ऐसी जगह पर एक्सरसाइज़ करते हैं, जहां बहुत गर्मी या नमी हो, तो आपका पसीना निकलेगा ही। इससे आपका वजन कम नहीं होता, बल्कि इससे बॉडी में पानी की मात्रा कम होती है। पसीना निकलने से आप कैलोरी को बैलेंस नहीं कर सकते हैं। इसलिए वज़न कम करने के लिए सही समय और सही मात्रा में खाएं। 
धारणा: अगर आप ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स नहीं लेते, तो ज़्यादा वज़न कम कर सकते हैं।
फैक्ट- यह एक मिथ है कि अगर आप ज़्यादा कैलोरी लेते हैं (जो आप बर्न नहीं कर सकते) तो आपका वज़न बढ़ सकता है और कम कैलोरी लेने से वज़न कम रहता है। एक्सपर्ट और रिसर्च के अनुसार, वज़न कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सही डाइट प्लान करें। उसमें कार्बोहाइड्रेट्स जैसे फल, हरी सब्जि़यां, दाल, अंकुरित, बाजरा, कम फैट वाला दूध और सलाद लें। कैलोरी युक्त भोजन करने से आप फैटी हो सकते हैं, इसलिए ऐसा खाना खाएं जिसमें ज़्यादा कैलोरी न हो और आपकी भूख भी मिट जाए। सॉफ्ट ड्रिंक, मीठा, जूस, चिप्स, बिस्कुट, कुकीज़ जैसी चीज़ें न खाएं। इनमें बैड क्वालिटी के कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। 
धारणा: अगर आपका वज़न ज़्यादा नहीं है, तो आप एक्सरसाइज़ न करें।
फैक्ट-यह बहुत ही कॉमन मिथ है। अगर आप ओवरवेट नहीं हैं, तो यह भी हो सकता है कि आपके शरीर का फैट मांसपेशियों के वज़न से ज्यादा हो। शरीर में ज़्यादा फैट होने से शुगर, दिल की बीमारी, कैंसर और हाइपरटेंशन हो जाती है। इस तरह की बीमारियां सही लाइफस्टाइल न होने के चलते भी होती हैं। डाइट का सही न होना शरीर के लिए घातक हो सकता है। हेल्दी और फिट रहने के लिए रोज़ सुबह वॉक, एक्सरसाइज़ करना सबके लिए ज़रूरी है। सही डाइट आपको बीमारियों से बचा सकती है। 
धारणा: रोज़ एक्सरसाइज़ करने पर कुछ भी खा सकते हैं। 
फैक्ट- आप कितना खा रहे हैं, कैसा खा रहे हैं और कितने समय में खा रहे हैं, यह पता होना ज़रूरी है। एक्सरसाइज़ करना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी आपका डाइट प्लान भी है। हेल्दी लाइफ के लिए एक्सरसाइज़ और डाइट, दोनों का सही और बैलेंस्ड होना ज़रूरी है। 
धारणा: स्नैक्स खाने से वज़न बढ़ता है। 
फैक्ट-वज़न कम करने के लिए आपने दिन में कितना खाया, कितना वर्कआउट किया, इसका ध़्यान रखें। अक्सर वज़न बढ़ने का कारण ज़्यादा स्नैक्स खाना भी हो सकता है, क्योंकि शाम के समय हम चाय के साथ समोसे, मिठाई, चिप्स, नमकीन खाते हैं। इससे कैलोरी की मात्रा ज्यादा हो जाती है। कैलोरी की मात्रा को कम करने के लिए शाम को फल या बादाम खा सकते हैं। इससे आपकी कैलोरी भी बैंलेस्ड रहेगी और हेल्थ भी। 
धारणा: ज़्यादा शुगर खान से डायबिटीज होने का खतरा रहता है। 
फैक्ट- शरीर में इन्सुलिन की मात्रा का सही न होना या इन्सुलिन का सही से नहीं बनना डायबिटीज होने का कारण है। ज़्यादा कैलोरी वाले फूड से वज़न बढ़ सकता है और लाइफ का संतुलन बिगड़ सकता है। जिन लोगों को शुगर की शिकायत होती है, उन्हें सबसे पहले कार्बोहाइड्रेट और शुगर को कंट्रोल करना ज़रूरी है। इसके लिए योगा, एक्सरसाइज़, प्राणायम और मेडिटेशन करें। अपनी डाइट में हरी सब्जियां, सलाद, दाल, मिक्स गेहूं, फल और फ्रेश जूस को शामिल करें। 
धारणा: अंडे खाने से कोलेस्टेरोल बढ़ता है। 
फैक्ट- अंडे के पीले भाग को खाने से कोलेस्टेरोल बढ़ता है, लेकिन रिसर्च के अनुसार हाई कोलेस्टेरोल फूड खाने से ब्लड में कोलेस्टेरोल नहीं बढ़ता। सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट खाने से ब्लड कोलेस्टेरोल बढ़ता है।अंडा प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए हफ्ते में 4 अंडे खा सकते हैं। 
धारणा: ब्राउन ब्रेड हेल्दी होती है और इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर भी होता है। 
फैक्ट- आजकल मार्केट में हमारी हेल्थ और पसंद को ध्यान में रखते हुए काफी सारी खाने की चीज़ें उपलब्ध हैं। फाइबर और प्रोटीन के लिए ब्राउन ब्रेड खाना सही है। लेकिन कई बार ब्राउन कलर का भी इस्तेमाल होता है, जो हेल्दी नहीं है। इसलिए ब्रेड लेने से पहले पैकेट पर ज़रूर देखें कि ब्रेड मल्टीग्रेन या गेहूं से बनी है। इसमें 3 से 4 ग्राम का डाइट्री फाइबर per serving होना चाहिए। 
धारणा: दिन में 3 से 4 लीटर पानी पीना ज़रूरी है। 
फैक्ट- एक्सरसाइज़ या वर्कआउट करने के लिए पानी की ज़रूरत ज्यादा होती है। रिसर्च के अनुसार, दिन में 8 से 10 गिलास पानी ज़रूर पीना चाहिए, ताकि शरीर के टॉक्सिन निकल सकें। पानी मेटाबॉलिक सिस्टम को सही रखने में मदद करता है। पानी से डाइजेशन और बॉडी का टेम्प्रेचर भी ठीक रहता है। 
धारणा: एक टाइम का खाना स्किप करने से वज़न कम हो सकता है। 
फैक्ट - यह भी एक मिथ है कि एक टाइम खाना नहीं खाने से वज़न कम हो जाता है। वज़न कम करने के लिए एक टाइम का खाना छोड़ने या ब्रेकफास्ट स्किप करने से अच्छा है कि आप खाना थोड़े-थोड़े गैप में खाएं। ज़्यादा भूख लगी हो और बहुत कम खाना खाएं या फिर स्किप करें, तो इससे मेटाबॉलिज्म भी कम हो जाता है। इसके अलावा, फिर बाद में भूख ज़्यादा लगती है और बहुत ज़्यादा खाया जाता है।  
धारणा: ड्रायफ्रूट्स ज़्यादा फैट बढ़ाते है, इसलिए कम खाएं। 
फैक्ट- कुछ लोगों के अनुसार, अगर आप वज़न कम करने की सोच रहे हैं तो ड्रायफ्रूट्स न खाएं, लेकिन ऐसा नहीं है। ड्रायफ्रूट्स में फाइबर, प्रोटीन, मिनरल्स और अच्छा फैट (ओमेगा 3,6) होता है। हेल्दी लाइफ के लिए सीमित मात्रा में ड्रायफ्रूट्स खा सकते हैं। 
धारणा: ग्रीन टी वज़न कम करने में काफी मददगार है।
फैक्ट- ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा ज़्यादा होती है। इससे बैड कोलेस्टेरोल कम होता है और मेटाबॉलिज़म ठीक रहता है। इसके साथ अगर आप रेगुलर वर्कआउट करेंगे और सही समय और सही मात्रा में खाएंगे, तो वज़न जल्दी कम होगा। 
धारणा: एक्सरसाइज़ करने से भूख ज़्यादा बढ़ जाती है। डाइटिंग के दौरान एक्सरसाइज़ न करें।
फैक्ट- एक्सरसाइज़ करने से फैट बर्न होता है और मेटाबॉलिज्म भी बढ़ता है। एक्सरसाइज़ करने से शरीर के सेल्स को ऑक्सीज़न मिलती है। वज़न कम करने के लिए एक्सरसाइज़ और डाइट, दोनों को बैलेंस करें।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE