Monday, July 7, 2014

एंड्राइड फ़ोन की सिक्योरिटी बढ़ाने के सात तरीके

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एंड्रॉइड स्मार्टफोन के आने से हैकिंग और डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ गया है। अगर किसी यूजर का स्मार्टफोन चोरी हो जाए तो सिर्फ कॉन्टैक्ट्स ही नहीं, बल्कि कई वेबसाइट्स के पासवर्ड, ई-मेल आईडी, बैंक अकाउंट जैसी जानकारियां चोरी होने का खतरा भी होता है। स्मार्टफोन में इंटरनेट ब्राउजिंग हिस्ट्री की मदद से कोई भी हैकर किसी भी इंसान की सारी जानकारी ट्रेस और ट्रैक कर सकता है। ऐसे में क्या वाकई एंड्रॉइड को सुरक्षित माना जा सकता है? एंड्रॉइड यूजर्स भले ही इस खतरे से पूरी तरह से सुरक्षित ना हों, लेकिन इससे बचने के लिए कुछ आसान टिप्स का उपयोग कर सकते हैं। भास्कर समाचार आपको बताने जा रहा है एंड्रॉइड स्मार्टफोन को सुरक्षित रखने की कुछ आसान टिप्स:
  • लॉक कर दें सभी ऐप्स: स्मार्टफोन से सबसे ज्यादा जानकारी ऐप्स के जरिए लीक की जा सकती है। कई ऐप्स को SD कार्ड एक्सेस करने की परमीशन देनी होती है। ऐसे में इन ऐप्स की सिक्युरिटी ज्यादा जरूरी है। ऐप्स को लॉक करने के लिए किसी थर्ड पार्टी एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है। गूगल प्ले पर App Lock नाम की एक एप्लिकेशन इसी काम के लिए बनाई गई है। यहां हम आपके स्मार्टफोन में मौजूद हर ऐप को लॉक करने की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि सिर्फ उन ऐप्स को लॉक करिए जिसमें डाटा सेव हो, जैसे Gmail, फाइल मैनेजर आदि।  
  • अपने खोए हुए डिवाइस को ट्रैक करना: खोए हुए स्मार्टफोन को ट्रैक करना इतना मुश्किल नहीं जितना लगता है। अगर आप एंड्रॉइड यूजर हैं तो गूगल प्ले पर फाइंड माई फोन नाम का ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं। इस ऐप को इस्तेमाल करने के लिए GPS तकनीक की मदद ली जाती है। फाइंड माई फोन की मदद से यूजर किसी और जगह पर मौजूद अपने फोन का GPS सिस्टम ऑन कर सकता है। 
  • Remote Wipe का इस्तेमाल: बहुत कम लोगों को पता होता है कि किसी ऐप की मदद से आप अपने फोन का सारा डाटा किसी भी जगह से डिलीट कर सकते हैं। अगर आपका फोन चोरी हो गया है तो रिमोट वाइप फोन ऑन होते ही स्मार्टफोन का डाटा डिलीट कर देगा और चोरी करने वाले को कोई जानकारी नहीं मिलेगी। 3CX Mobile Device Manager एक ऐसा ऐप है जो इस काम को बखूबी कर सकता है। 
  • ऐप को परमीशन देना: एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में एक सबसे बड़ी खामी ये है कि किसी भी स्मार्टफोन में कुछ सेव करने से पहले या तो SD कार्ड के पूरे कंटेंट को एक्सेस करने की परमीशन देता है या फिर कुछ भी ना एक्सेस करने की। एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में ऐसा नहीं किया जा सकता कि किसी ऐप को सिर्फ सिलेक्ट किए हुए कंटेंट में बदलाव करने की परमीशन दी जाए। एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर किसी भी ऐप को डाटा एक्सेस करने की परमीशन देने से पहले ख्याल रखें कि इससे स्मार्टफोन में सेव डाटा को खतरा हो सकता है। SD कार्ड में बदलाव से लेकर नेटवर्क के इस्तेमाल तक हर ऐप कोई ना कोई परमीशन यूजर से मांगता है।  
  • अपना एंड्रॉइड नेटवर्क सुरक्षित करना: एंड्रॉइड स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा जरूरी होता है नेटवर्क शेयरिंग को सुरक्षित करना। इसके लिए सबसे जरूरी है कि पब्लिक नेटवर्क में शेयरिंग ना की जाए। अगर यूजर पब्लिक नेटवर्क में डाटा शेयरिंग करता है तो फोन हैक होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। अपने नेटवर्क को सिक्योर करने के लिए  Hideninja VPN जैसे ऐप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ऐप की मदद से आउटगोइंग कनेक्शन हमेशा एन्क्रिप्टेड रहता है। यह किसी भी हैकर के लिए फोन को हैक करना मुश्किल बना देता है। इसके अलावा अगर वाई-फाई नेटवर्क से फोन हैक होने का डर हो तो WiFi Protector ऐप आपकी मदद कर सकता है।  
  • प्राइवेसी को बचाने के लिए कई अकाउंट बनाएं: अगर आपके पास एंड्रॉइड टैबलेट है और आप उसे बाकी लोगों से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो अपने डिवाइस पर कई अकाउंट्स बनाए जा सकते हैं। जिस तरह विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर कई अकाउंट्स ऐड किए जा सकते हैं उसी तरह एंड्रॉइड टैबलेट पर भी कई लॉगइन अकाउंट्स बनाए जा सकते हैं। ऐसा करने के लिए यूजर को Settings >> Users सेक्शन में जाना होगा। 
  • डाटा का बैकअप बनाकर रखें: एंड्रॉइड स्मार्टफोन खो जाने से उसमें मौजूद डाटा खो जाता है। ऐसे में अपना कीमती डाटा सुरक्षित करने के लिए यूजर्स को हमेशा फोन का बैकअप रखना चाहिए। इससे अगर आप अपने फोन पर Remote Wipe फीचर का इस्तेमाल भी करते हैं तो भी उसमें सेव किया गया डाटा आपके पास सुरक्षित रहेगा।
साभार: भास्कर समाचार
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