अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को शिकागो में अपना विदाई भाषण दिया। उन्होंने अमेरिकी जनता से कहा कि लोकतंत्र की रक्षा कीजिए। भाषण के दौरान वे कई बार भावुक हुए। खासकर परिवार की बात
को लेकर। ओबामा ने बेटियों मालिया और साशा के लिए कहा, 'आप दोनों इस चकाचौंध के दौर में सौम्य बनी रहीं। मुझे आपका पिता कहलाने पर गर्व है।' इस पर पत्नी मिशेल और बेटी मालिया की आंखों में भी आंसू गए। अोबामा ने लोगों को लोकतंत्र को हो रहे खतरों से आगाह किया। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। बढ़ते नस्लवाद, असमानता, भेदभाव के बीच सहिष्णुता बनाए रखने के अपील की। अफसोस जताया, '2008 में देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति के रूप में उनके ऐतिहासिक चुनाव के बाद भी 'नस्लवाद हमारे समाज में ताकतवर और अक्सर विभाजनकारी ताकत के रूप में बरकरार है।' मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ भेदभाव को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वे लोग भी उतने ही राष्ट्रभक्त हैं जितने हम हैं। अपने आखिरी संबोधन में ओबामा ने कहा कि घर आकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि बदलाव तभी होता है जब आम आदमी इससे जुड़ता है। आम आदमी ही बदलाव लाता है।
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साभार: भास्कर समाचार
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