Sunday, January 8, 2017

भीम एप: 60 लाख डाउनलोड, एक अपडेट लेकिन फिर भी काफी कमियां

Device Binding Failed - यह वो मैसेज है, जो बैंकिंग एप 'भीम' के यूजर विवेक गुप्ता को दो दिनों से मिल रहा है। यह बात उन्होंने खुद भीम एप के डाउनलोडिंग प्लेटफॉर्म गूगल प्ले स्टोर के पेज पर कमेंट में बताई है। वे कहते हैं मैंने दूसरी डिवाइस पर भी कोशिश की लेकिन वहां पर बैंक सिस्टम ऑफलाइन बता रहा है। इस पेज पर कमेंट करते हुए पंकज परमार बताते हैं कि मैंने इसे पहले दिन डाउनलोड किया था लेकिन अब तक (5 जनवरी को कमेंट लिखे जाने तक) एक भी ट्रांजैक्शन पूरा नहीं कर पाया हूं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। वैसे ये दो यूजर ही ऐसे नहीं है बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को सरकार के इस चर्चित एप में छोटी-छोटी परेशानियां रही हैं। जबकि इसे अभी 30 दिसंबर के बाद से सिर्फ 8 दिनों में ही 60 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। एप को बनाने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के एमडी और सीईओ एपी होता बताते हैं कि अभी रोज इसे 10 लाख लोग डाउनलोड कर रहे हैं। और हम आने वाले दिनों में इसमें कई महत्वपूर्ण फीचर जोड़ने की तैयारी में है। पिछले दिनों नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ट्वीट कर इसे प्ले स्टोर पर भारत के सभी एप्स में टॉप पर बताया था। 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भीम (भारत इंटरफेस फॉर मनी) मोबाइल एप को लॉन्च किया है। 
तीन बड़ी कमजोरियां
  1. पेमेंट के विकल्प नहीं: दुकानदार को तब ही पेमेंट किया जा सकता है जब उसके पास अकाउंट या यूपीआई नंबर हो। अकाउंट में तो दुकानदार पेमेंट लेते नहीं हैं और यूपीआई अभी लोकप्रिय नहीं है। युटिलिटी के बिल, राज्य और केंद्र सरकार के बिल, रिचार्ज, टिकट बुकिंग आदि की सुविधा नहीं है।
  2. कॉन्टैक्टतक पहुंच नहीं: एप से कॉन्टैक्ट बुक को एक्सेस नहीं किया जा सकता है। जो बताता हो कि किसके पास यूपीआई एड्रेस है या नहीं। यानी पहले सामने वाले से पूछना होगा कि यूपीआई एड्रेस है या नहीं। है तो क्या है। इसमें इस फीचर से इसे दूसरे बैंकिंग एप से बहुत बेहतर बनाया जा सकता है।
  3. अाधारसे जुड़ा नहीं: सरकार कहती है अंगूठा ही आपका बैंक है। लेकिन भीम अभी आधार नंबर से लिंक नहीं हुआ है। यह मोबाइल नंबर को वेरीफाई करता है। सिक्यूरिटी भी केवल चार अंकों की पिन से होती है जबकि पेटीएम जैसे एप फिंगर प्रिंट से सिक्यूरिटी देने लगे हैं।
  4. लिमिट: रोज 20 हजार रु का अधिकतम ट्रांजैक्शन कर सकता है। एक बार में अधिकतम 10 हजार का ही। फीचर फोन से तो प्रतिदिन 5 हजार रुपए ही है लिमिट। दूसरे एप- यूपीआईएप के तहत विभिन्न बैंकों से प्रतिदिन 50 रु. से लेकर 1 लाख रु. तक का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
  5. रिवार्ड: भीम-एप से पेमेंट करने पर केवल वही लाभ होगा, जो कैशलेस पेमेंट करने पर सरकार ने घोषणा की है। एप को लेकर अलग से कोई रिवार्ड की योजना नहीं है। दूसरे एप- एसबीआईबडी, पेटीएम, यस बैंक आदि अपने एप से बिलों का भुगतान, शॉपिंग करने पर कैशबैक और रिवार्ड देते हैं। 
  6. अकाउंट: इस एप से यदि ट्रांजैक्शन करना है तो इसमें केवल एक बैंक अकाउंट ही जोड़ा जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के लिए डेबिट कार्ड होना जरूरी है। वर्ना यह कम्प्लीट नहीं होगा। दूसरे एप- यूपीआईमें किसी दूसरे बैंक के भी अकाउंट को जोड़ सकते हैं। पेटीएम में कितने भी अकाउंट से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
  7. नोटिफिकेशन: इस एप में जो भी नए फीचर जोड़े जाते हैं एप पर उसका नोटिफिकेशन नहीं मिलता। वहींं एप डाउनलोड के बाद अकाउंट सेटिंग के लिए 1.5 रुपए कटते हैं। 
यह शिकायतें तो लगातार ही रही हैं: पेटीएम और एसबीआई बडी के मुकाबले भीम को इन्स्टॉल करने और इससे अकाउंट को जोड़ने में काफी परेशानी रही है। यूपीआई पिन जेनरेट होना, बार-बार डिवाइस बाइंडिंग फेल्ड बताना, वेरीफाई मोबाइल फेल्ड बताना, ट्रांजैक्शन बीच में ही फेल हो जाना, अकाउंट डिटेक्ट कर पाना, दूसरे बैंक के कॉल सेंटर पर फोन लग जाना जैसी समस्याएं इसमें लगातार रही हैं।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.