Friday, December 16, 2016

अगस्ता घोटाले की आंच सोनिया तक पहुंची, मिशेल की डायरी उठा रही उंगली

अगस्ता वेस्टलैंड सौदे के मुख्य बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल की डायरी सामने आने से इस घोटाले की आंच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक पहुंच गई है। इसमें मिशेल ने लिखा है कि भारत के सबसे रसूखदार सियासी परिवार को अगस्ता डील को अंजाम तक पहुंचाने के लिए 1.6 करोड़ यूरो (115 करोड़ रुपये) की घूस दी गई थी।
 यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मिशेल की डायरी का ब्योरा सामने आने के बाद सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। गुरुवार को संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सोनिया गांधी को अपने ऊपर लग रहे आरोपों को लेकर संसद में सफाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को हेलीकॉप्टर घोटाले और ‘नोट जुगाड़’ के मुद्दे पर बोलना चाहिए। ‘नोट जुगाड़’ से उनका इशारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कमीशन लेकर पुराने नोट के बदले नई करेंसी के खेल की ओर था। कुमार ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी तंज कसते हुए कहा कि जो लोग नैतिकता के ऊंचे आसन पर बैठकर पारदर्शिता की बातें करते हैं, वे अगस्ता पर बहस के लिए क्यों नहीं तैयार हैं? संसदीय कार्यमंत्री ने राहुल गांधी को संसद में अवरोध का मास्टरमाइंड तक करार दिया। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर तृणमूल और वाम दलों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और पूछा कि क्या वे कांग्रेस के रुख से सहमत हैं?
एक निजी चैनल के पास क्रिश्चियन मिशेल के हाथ से लिखे नोट और ई-मेल मौजूद हैं। मिशेल इस सौदे का मुख्य बिचौलिया था। उसको फिनमैकेनिका ने भारत में कारोबार के लिए दलाल चुना था।
वह यूरोप में बैठे आकाओं को हर गतिविधि की जानकारी देता था। इनसे समझा जा सकता है कि घोटाले को किस तरह अंजाम दिया गया था। इनसे पता चलता है कि अगस्ता की मूल कंपनी फिनमैकेनिका ने 5.2 करोड़ यूरो (373 करोड़ रुपये) का बजट भारत में डील को अंजाम देने के लिए घूस के तौर पर रखा हुआ था। अगस्तावेस्टलैंड डील संप्रग सरकार के कार्यकाल में हुई थी।
एक नोट में मिशेल ने लिखा कि वीआइपी के पीछे ड्राईविंग फोर्स श्रीमती गांधी हैं। वह अब आगे से एमआइ-8 में उड़ान नहीं भरेंगी।
एक और चिट्ठी में दर्ज है, ‘परिवार चाहता है कि उसके समझौते का सम्मान हो।’ इसमें ‘परिवार’ और ‘समझौते’ को 2.8 करोड़ यूरो से जोड़ा गया है।
मिशेल ने अलग से एक परिवार के लिए 1.5 से 1.6 करोड़ यूरो का प्रावधान करने के लिए कहा था। ‘एपी’ के लिए 30 लाख यूरो अलग से रखने की बात कही थी।
‘एपी’ का उल्लेख अहमद पटेल के बारे में है या नहीं, ये अस्पष्ट रहा। मिशेल के दावों के मुताबिक उसने घूस देकर रूसी व अमेरिकी हेलीकॉप्टरों को खारिज करवाया।
84 लाख यूरो की मोटी राशि रक्षा मंत्रलय के पांच वरिष्ठ नौकरशाहों तक पहुंचाई गई। साथ ही कैग तक भी। उस वक्त एके एंटनी रक्षा मंत्री थे। 
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साभार: जागरण समाचार 
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