हरियाणाअध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) लेवल-3 पेपर लीक मामले में नया खुलासा हुआ है। खुफिया सूत्रों के अनुसार दिल्ली के चांदपुर निवासी रवि को आंसर-की सोनीपत के फतेहपुर निवासी विकास ने उपलब्ध कराई। उसने आंसर-की सोनीपत के ही किसी दूसरे व्यक्ति से रवि को भिजवाई। रवि ने जींद में नरवाना के मोरपति
निवासी रघबीर को यह 8 लाख रु. में बेची थी। पेमेंट बाद में की जानी थी। आंसर-की मिलने पर रघबीर ने इसे वॉट्सएप पर कई लोगों को डेढ़ से ढाई लाख रु. में बेचा। पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरे व्यक्ति का सुराग लगा लिया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। वहीं, सोमवार को रवि, मुनीत, विकास और झज्जर के बिठाला निवासी देंवेंद्र को सीजेएम राकेश कुमार की कोर्ट में पेश किया गया। जहां से सभी आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। उधर, बोर्ड सचिव पंकज कुमार ने बताया कि लेवल-1 (पीआरटी) लेवल-2 (टीजीटी) का परीक्षा परिणाम दिसंबर के पहले सप्ताह तक घोषित हो जाएगा। वहीं, रद्द हुई एचटेट लेवल-3 (पीजीटी) की परीक्षा पुन: कराने के लिए बोर्ड ने सरकार को पत्र लिख दिया है। 17 नवंबर को होने वाली विभाग की आपात बैठक में इसकी तारीख तय हो सकती है।
पुलिस अभी तक मामले में शामिल रहे करीब 10 लोगों तक पहुंची है। टीमें मुख्य सरगना तक पहुंचने के कगार पर हैं। -दिनेशकुमार यादव, डीएसपी एवं एसआईटी इंचार्ज
^आंसर-की रवि के पास सोनीपत से आई। उस लिंक का पता चल गया है। अगले दो-तीन दिन में सब कुछ साफ हो जाएगा। -अभिषेक जोरवाल, एसपी, जींद
सोनीपत में दूसरे पेपर की आंसर-की बिकी: मुरथल स्थित नीलकंठ होटल से रविवार रात हसनपुर निवासी जसमेर (30) सोनीपत की आरके काॅलोनी के निशु (23) को गिरफ्तार किया गया। उनके फोन में आंसर-की मिली। इसे मिलान के लिए बोर्ड के पास भेजा है। उन्होंने 80-80 हजार रु. में सौदा कर आंसर-की परीक्षािर्थयों को पढ़ाई थी। पेमेंट परीक्षा पास होने के बाद होनी थी। यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि आंसर-की पीआरटी की थी या टीजीटी की। जसमेर 12वीं पास है। नीशु ने पॉलीटेक्निक का कोर्स किया हुआ है।
रवि एसएससी पेपर लीक में भी था शामिल: पूछताछ में रवि ने कबूला है कि बीते 2 नवंबर को एसएससी का पेपर लीक कराने में वह भी संलिप्त था। पुलिस आरोपियों से यह जानने का प्रयास कर रही है कि आंसर-की कहां से लीक हुई। मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं। पुलिस मामले में कुछ बड़े लोगों का हाथ होने का संदेह जता रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि मुनीत का चंडीगढ़ या पंचकूला के रहने वाले किन लोगों से संपर्क था और उनमें कौन-कौन लोग एचटेट की परीक्षा में बैठे।
रघबीर एनएसएसओ में इंस्पेक्टर, मुनीत क्लर्क: तीन दिन बाद सामने आया कि रघबीर चंडीगढ़़ में नेशनल सर्वे सर्विस ऑर्गनाइजेशन (एनएसएसओ) में इंस्पेक्टर है। झज्जर के बेरी निवासी मुनीत उसके अधीन ही क्लर्क के पद पर तैनात है। रवि का एक चचेरा भाई भी क्लर्क है। उसी के साथ मुनीत की जान पहचान थी। मुनीत और रवि की जान पहचान उसी ने कराई और फिर रवि को रघबीर से मिलवाया। उचाना के बडौदा निवासी संदीप मैथ विषय में एमएससी पास है। विकास दो भाइयों में सबसे बड़ा है। उसके पिता के पास 10-12 एकड़ जमीन है। पहले भी वह युवाओं को पेपर की आंसर-की दिलवाने के नाम पर बरगलाता रहा है। गांव में उसकी इसी तरह की पहचान बनी हुई है। उधर, रेवाड़ी के दखौरा में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया। शक है कि उसके तार पेपर लीक गिरोह से जुड़े हैं। युवक को केवीएस पेपर लीक मामले के सरगना विजय भुरथला के गिरोह से भी जोड़ा जा रहा है। पुलिस ने परीक्षा के दिन ही शनिवार को पेपर लीक मामले का खुलासा करते हुए उचाना के बड़ौदा निवासी संदीप, नरवाना के दुर्जनपुर निवासी अमित, नरवाना के मोरपती निवासी रघबीर को गिरफ्तार किया था। रविवार को उन्हें 3 दिन के रिमांड पर लिया गय।
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साभार: भास्कर समाचार
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