Thursday, July 2, 2015

नर्सिंग छात्रों के मामले में फैसला जल्द: जांच के बाद दोषी उच्चाधिकारी भी 'नपेंगे'

प्रदेशभर की सैकड़ों नर्सिंग छात्राओं ने परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर बुधवार को करनाल में हुंकार भरी। सुबह दस बजे से तीन बजे तक किए विरोध प्रदर्शन के बाद छात्राओं को मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से चंडीगढ़ में मिलने का टाइम मिला। वीरवार को पंद्रह सदस्यीय कमेटी मुख्यमंत्री के सामने अपना पक्ष रखेगी। छात्राओं ने चेतावनी दी है कि यदि मुख्यमंत्री से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो प्रदेश में बड़े स्तर पर
आंदोलन का डंका बजा दिया जाएगा। करनाल के कर्ण पार्क में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले सैकड़ों छात्राएं एकत्रित हुई और करनाल के माल रोड स्थित मुख्यमंत्री के कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन करते हुए जाने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री कार्यालय से पहले अंबेडकर चौक के नजदीक पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर सैकड़ों छात्राओं का रास्ता रोका और उन्हें वहीं पर रोक लिया। सीटीएम सतीश कुमार ने छात्राओं को मुख्यमंत्री से मिलने का टाइम दिया और छात्राएं लौट गई। इस दौरान पुलिस फोर्स तैनात रही। छात्राओं ने भी मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को खूब कोसा।
एएनएम और जीएनएम स्टूडेंट्स के मामले में शीघ्र फैसला लिया जाएगा। छात्रों का साल और रुपया बच जाए, इस बारे में सोच रहे हैं, मगर कानूनी पहलु को मद्देनजर रखते हुए। एक आईएएस अफसर और उसकी पत्नी की भी इस गड़बड़ी में भूमिका बताई जा रही है। सीनियर अफसरों के माध्यम से जांच भी कराई जा रही है कि कौन-कौन इस गड़बड़झाले में संलिप्त हैं। ताकि उनके विरुद्घ उचित कार्रवाई की जा सके। ये डिग्रियां भी दिल्ली के कानून मंत्री तोमर की नकली डिग्री जैसी ही हैं। -अनिल विज, स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा।
साभार: अमर उजाला समाचार 
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