Saturday, October 25, 2014

इनसे मिलिए: ये हैं 1093 चीजों के आविष्कारक

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थॉमस अल्वा एडिसन वो शख्सियत हैं, जिनके नाम सैकड़ों उपलब्धियां दर्ज हैं। रोशनी से लेकर रसायन लैब तक, एडिसन ने वो हर छोटे-बड़े आविष्कार किए, जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में काफी मायने रखती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतने बड़े आविष्कारक ने सिर्फ तीन महीने ही स्कूल का चेहरा देखा था। दरअसल, उनके स्कूल टीचर ने जब उन्हें 'निरा मूर्ख' करार दिया, तो उनकी मां को ये बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने एडिसन को घर पर ही पढ़ाने का फैसला ले लिया। हाल ही में उनका जन्मदिन था। इसके बाद एडिसन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने 10 साल की
नन्ही उम्र में ही इंग्लैंड का इतिहास, रोमन साम्राज्य का पतन, दुनिया का इतिहास, बर्टन की उदासी की शारीरिक रचना के अलावा तहखाने में खुद का रासायन लैब तक बना लिया था। हालांकि, परिवार की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते 12 साल की उम्र में उन्होंने अखबार, चॉकलेट, किताब व फलों के अलावा पैसेंजर ट्रेन में नाश्ता बेचने का भी काम किया। फिर, 15 साल की उम्र में उन्होंने खुद की प्रिंटिंग प्रेस खरीदी। यह एक स्टेशन पर स्थित था। यहीं से उनकी जिंदगी ने नया मोड़ ले लिया। जब उन्होंने रेलवे स्टेशन मास्टर के बेटे की जान बचाई, तो स्टेशन मास्टर ने खुश होकर उन्हें टेलीग्राफी सिखाई। बता दें कि 17 साल की उम्र में वे टेलीग्राफ ऑपरेटर के विशेषज्ञों में से एक थे। अपने जीवन में उन्होंने 1,093 आविष्कार किए, जो तब अपने आप में एक रिकॉर्ड था। इन्हीं में इलेक्ट्रिक लाइट बल्ब भी शामिल है। इस आविष्कार को अंजाम तक पहुंचाने में वे 10,000 बार असफल रहे थे। 
  • 10 साल की उम्र में पहला लैब: एडिसन जब नौ साल के हुए, तब उनकी मां ने उन्हें एलिमेंटरी साइंस की किताब दी थी। उसमें घर बैठे रासायनिक प्रयोगों के बारे में बताया गया था। एडिसन ने किताब में लिखे सारे प्रयोग कर डाले। फिर रसायन खरीदने में पैसे खर्च करना शुरू कर दिया। 10 साल की उम्र में कदम रखने के साथ ही उन्होंने अपने घर के तहखाने में खुद की साइंस लेबोरेटरी बना डाली।  
  • एडिसन को सुनाई नहीं देता था: 12 साल की उम्र में एडिसन को सुनाई देना बंद हो गया था। दरअसल, मालगाड़ी में रासायनिक प्रयोग के दौरान ट्रेन के कंडक्टर ने उन्हें देख लिया था। फिर जोरदार थप्पड़ मार दी थी, जिससे उन्हें सुनाई देना बंद हो गया। वहीं, कुछ का कहना है कि बचपन में स्कारलेट फीवर होने के चलते ऐसा हुआ था।  
  • 14 साल की उम्र में एक की जान बचाई: ग्रैंड ट्रंक रेलरोड पर एडिसन ने एक तेज रफ्तार मालगाड़ी से तीन साल के जिम्मी मैकेंजी की जान बचाई थी। तब वे 14 साल के थे। वो बच्चा वहां के रेलवे स्टेशन मास्टर का बेटा था। जिम्मी के पिता जेयू मैकेंजी इतने खुश हुए कि उन्होंने एडिसन को टेलीग्राफ मशीन ऑपरेट करना सिखाया। एडिसन ने 17 साल की उम्र तक इसमें महारत हासिल कर ली थी।   
  • फ्लॉप रहा पहला आविष्कार: 1869 में 22 साल की उम्र में एडिसन ने वोट रिकॉर्डर मशीन इजाद की थी। लेकिन उनका ये आविष्कार फ्लॉप रहा। इसके बाद एडिसन ने निर्णय लिया कि मार्केट को जब किसी चीज की जरूरत महसूस होगी, तभी वे नया आविष्कार करेंगे।  
  • पुराने कर्मचारी से रचाई शादी: 1871 में क्रिसमस के मौके पर 24 साल के एडिसन ने अपनी 16 वर्षीय पुरानी कर्मचारी मैरी स्टिलवेल से शादी कर ली। दिलचस्प पहलू ये है कि सिर्फ दो महीने की मुलाकात में ही एडिसन ने मैरी को शादी के लिए प्रपोज किया था। मैरी से उन्हें तीन बच्चे हुए। जिनमें से पहले दो का नाम उन्होंने 'डॉट' और 'डैश' रखा था।  
  • एडिसन के आविष्कार से एक की मौत: एडिसन के आविष्कार ने एक की जिंदगी लील ली थी। विलहेल्म कोनरेड रोन्गटेन द्वारा 1895 में एक्सरे का आविष्कार किए जाने के बाद एडिसन ने अपने कर्मचारी क्लेरेंस डैली को फ्लोरोस्कोप ट्यूब (बाद में एडिसन एक्सरे फोक्स ट्यूब नाम से जाना जाने लगा) डेवलप करने को कहा। तब एक्सरे को हानिकारक नहीं माना जाता था। क्लेरेंस ने एक्सरे ट्यूब को हाथों पर टेस्ट करने की आदत बना ली। इस कारण हाथों की चमड़ी में संक्रमण हो गया और आखिरकार उसे काटना पड़ा। लेकिन इसके बाद भी क्लेरेंस ठीक नहीं हुए और कैंसर से उनकी मौत हो गई।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
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