Wednesday, October 5, 2016

मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दर घटाने का रास्ता साफ: ईएमआइ घटने की बढ़ी उम्मीद

त्योहारी मौसम में बैंकों से कर्ज लेकर घर, कार या अन्य कोई सामान खरीदने वालों के लिए रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने खुश होने का माहौल बना दिया है। चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करते हुए आरबीआइ के नए गवर्नर उर्जित पटेल ने मंगलवार को रेपो रेट में 0.25 फीसद की कटौती का
एलान किया। इससे यह नीतिगत ब्याज दर 6.50 से घटकर 6.25 फीसद पर आ गई। यह रेपो रेट का छह साल कान्यूनतम स्तर है। पटेल ने सरकार, आम जनता और उद्योग जगत की उम्मीदों के मुताबिक यह फैसला लिया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इसका फायदा आम जनता को तभी मिलेगा, जब बैंक भी अपनी होम, ऑटो लोन व अन्य कर्ज स्कीमों पर ब्याज दरें घटा दें। वैसे, माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों के भीतर अधिकांश बड़े बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में कुछ नरमी की घोषणा हो सकती है। बैंकों के कर्ज दरों में कमी का एलान करते ही ग्राहकों के कर्ज मासिक किस्त यानी ईएमआइ में कमी आएगी। यह मौद्रिक नीति सिर्फ इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है कि इससे ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला शुरू करने के संकेत दिए गए हैं, बल्कि सरकार की तरफ से गठित छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की यह पहली नीतिगत समीक्षा थी। इस समिति के अध्यक्ष आरबीआइ गवर्नर उर्जित पटेल हैं। पहली बार देश में मौद्रिक नीति पेश की गई है, जिसमें आरबीआइ गवर्नर के वीटो पावर का इस्तेमाल नहीं किया गया है। रेपो रेट घटाने का फैसला समिति के सभी छह सदस्यों ने सर्वसम्मति से किया है। समिति में तीन सदस्यों की नियुक्ति केंद्र की तरफ से की गई है जबकि आरबीआइ गवर्नर और दो डिप्टी गवर्नर इसके तीन अन्य सदस्य हैं। रेपो रेट में कटौती इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि उद्योग जगत के लिए ऊंची दरों पर नया निवेश करना मुश्किल हो रहा था। अब अगर बैंक कर्ज की दरों में कटौती करते हैं, तो इससे उद्योगों में विस्तार का रास्ता खुलेगा और अर्थव्यस्था को तेजी देने में मदद मिलेगी।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारजागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.