लगता है अब तक उपेक्षित रही संस्कृत भाषा के दिन मोदी सरकार के कार्यकाल में बहुरने वाले हैं। सरकार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) के प्रबंधन से संस्कृत की पढ़ाई कराने के लिए कहा है। इस आशय की जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को लोक सभा में दी। उनका कहना था कि
संस्कृत साहित्य में वर्णित वैज्ञानिक और तकनीक संबंधी तथ्यों के अध्ययन के लिए आइआइटी प्रबंधन से संस्कृत की पढ़ाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री ने लोक सभा में एक सवाल के लिखित जवाब में उपरोक्त जानकारी दी। बकौल स्मृति ईरानी, ‘पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एन गोपालास्वामी की अध्यक्षता में गठित समिति ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में संस्कृत की पढ़ाई कराने की सिफारिश की थी।’ उनके अनुसार सरकार को सौंपी रिपोर्ट में समिति की ओर से कहा गया था कि संस्कृत साहित्य में वर्णित वैज्ञानिक और तकनीकी तथ्यों का गहराई से विश्लेषण किया जाना चाहिए। इसके लिए संस्कृत को प्रौद्योगिकी संस्थानों में अन्य विषयों के साथ पढ़ाया जाना चाहिए। ताकि संस्कृत में वर्णित गूढ़ वैज्ञानिक रहस्यों पर से पर्दा उठाया जा सके।
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साभार: जागरण समाचार
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