Thursday, December 18, 2014

डाक घर की इन पांच स्कीम्स में है बहुत फायदा

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बेहतर कल के लिए हम हमेशा नए विकल्पों की तलाश में रहते हैं। देश में म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट के निवेश के विकल्प होने के बाद भी कई निवेशक अब भी सुरक्षा को ज्यादा महत्व देते हैं। सुरक्षित रिटर्न देने वाले साधनों में पोस्ट ऑफिस की स्कीमों का बड़ा आकर्षण रहा है। अच्छे रिटर्न के लिए लोग अक्सर गलत जगह अपना पैसा फंसा बैठते हैं। आज के समय में जरूरी है ऐसी स्कीम्स की जो न सिर्फ बेहतर रिटर्न दे बल्कि जिनमें जोखिम भी कम हो। ऐसा ही
विकल्प है पोस्ट ऑफिस, जहां कई ऐसी स्कीम्स हैं जो आपके कल को सुरक्षित रखती हैं और साथ ही यहां रिटर्न भी काफी अच्छा है। हम आपको आज पोस्ट ऑफिस की ऐसी ही स्कीम्स की जानकारी दे रहे हैं जहां बिना जोखिम अच्छा रिटर्न मिलता है। आइए जानते हैं कि कौन सी स्कीम्स दे रहा है पोस्ट ऑफिस: 
  1. मंथली इनकम स्कीम (MIS): यदि आप ज्यादा जोखिम वाली निवेश स्कीमों में धन नहीं लगाना चाहते तो एमआईपी यानी मंथली इनकम स्कीम आपके लिए बेहतर विकल्प है। रेगुलर मंथली इनकम स्कीम में कस्टमर को 8.40 प्रतिशत ब्याज मिलता है। ये ब्याज हर वित्तीय वर्ष के हिसाब से बदलता रहता है। मंथली इनकम स्कीम के नाम से ही जाहिर होता है कि इसमें ब्याज की रकम हर महीने दी जाती है। ब्याज की रकम हर महीने आपके बचत खाते में डाल दी जाती है। इससे आपको हर महीने पोस्ट ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होती है। एमआईएस की अवधि 6 साल की होती है। स्कीम का लाभ लेने के लिए कस्टमर को मिनिमम 1500 रुपए तक अपने खाते में रखना होता है। जबकि अधिक से अधिक वो 4.5 लाख रुपए ही खाते में रख सकता है। हालांकि, ज्वाइंट अकाउंट में इसकी अधिकतम लिमिट 9 लाख रुपए है।   
  2. सेविंग अकाउंट (SA): पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट खुलवाने वाले कस्टमर्स को सालाना 4 फीसदी ब्याज मिलता है। 20 रुपए की नकद राशि से कोई भी व्यक्ति डाकघर में सेविंग अकाउंट खोल सकता है। वहीं, आवर्ती जमा खाते में ब्याज दर 8.4 फीसदी है, जो अप्रैल 2014 से ही लागू की गई है। इसके अलावा डाकघर में कई तरह के अकाउंट शामिल हैं। आवृती जमा योजना में हर माह जमा आधार न्यूनतम 10 रुपए है। अधिकतम कोई सीमा नहीं है। पांच वर्ष की परिपक्वता अवधि वाली इस योजना पर वार्षिक 8.4 फीसदी ब्याज देय है। अगले पांच वर्ष के लिए उसी ब्याज दर पर बढ़ने की सुविधा उपलब्ध है। 
  3. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS): पोस्ट ऑफिस का सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम या पीओएससीएसएस वरिष्ठ नागरिकों के लिए पांच साल की एक योजना है जिस पर 9 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। ब्याज से तिमाही आधार पर आय प्राप्त होती है। खाते खोलते वक्त ध्यान रखें कि व्यक्ति की उम्र उस तारीख तक 60 साल हो चुकी हो। इस योजना के तहत निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत लाभ प्राप्‍त करता है। 
  4. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट(NSC): नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट बिल्कुल फिक्सड डिपोजिट की तरह है। पीपीएफ की तरह यहां भी ब्याज टैक्स फ्री होता है और रिटर्न लगभग उतना (8.5 फीसदी) मिलता है। ब्याज छमाही जुड़ता है। इस स्कीम में अब तक 5 साल के लॉक इन पीरियड के साथ 10 साल का एनएससी भी शुरू किया है, जिस पर ब्याज 8.8 फीसदी है। 
  5. टाइम डिपोजिट स्कीम(TDS): टाइम डिपोजिट योजना पांच साल के लिए होती है। जिसे 200 रुपए से शुरू किया जाता है। पहले चार सालों तक ब्याज दर 8.4 प्रतिशत रहती है। जबकि पांचवें साल में ब्याज दर 8.5 प्रतिशत मिलती है। ब्याज वार्षिक रूप में मिलता है। लेकिन, तिमाही के आधार पर जोड़ा जाता है। योजना में मिलने वाला ब्याज बिल्कुल कर मुक्त है।
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साभार: भास्कर समाचार
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