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कम हाइट के कारण खुद को कमतर आंकने वाले लोगों का सपना हमेशा हाइट
बढ़ाने का होता है। यदि कोई इंसान लंबा और सुडौल शरीर वाला होता है तो वह
अधिक आकर्षक दिखाई देता है, लेकिन हाइट अधिकांशतःअनुवांशिक
कारणों पर निर्भर करती है। जिन लोगों के माता-पिता की हाइट कम होती है, उनके बच्चों की हाइट भी अधिकतर
कम होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि किसी कम हाइट वाले व्यक्ति की
हाइट उसकी एवरेज हाइट से ज्यादा नहीं बढ़ सकती है। यदि आप अपनी हाइट को
थोड़ा बढ़ाना चाहते हैं तो कुछ सब्जियां इसमें बड़ी सहायक बन सकती है। ये
सब्जियां हार्मोन को बैलेन्स करती हैं। आइए, आज जानते हैं कुछ ऐसी सब्जियों
के बारे में जिन्हें खाने से हाइट बढ़ने लगती है:
- शलजम: शलजम एक ऐसी सब्जी है, जिसे भोजन में नियमित शामिल करने से हार्मोन संतुलित रहते हैं और हाइट बढ़ने लगती है। शलजम मुख्य रूप से शीतोष्ण क्षेत्र में पैदा होता है और यह पूरे विश्व में पाया जाता है। शलजम में भरपूर मात्रा में मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर्स व कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं। शलजम को आप सलाद के रूप में या किसी सब्जी में मिलाकर रोजाना उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, इसका जूस भी लिया जा सकता है।
- भिंडी: भिंडी भी गुणों से भरपूर सब्जी है। भिंडी में फाइबर अधिक पाया जाता है। इसमें विटामिन और पोषक तत्व के साथ ही मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। इसके नियमित सेवन न सिर्फ शरीर शक्तिशाली बनता है, बल्कि यह ग्रोथ हार्मोन को भी बैलेन्स करती है।
- फली वाली सब्जियां: फली वाली सब्जियां फाइबर, फोलेट व कार्बोहाइड्रेट से भरपूर रहती हैं। अपनी डेली डाइट में फलीदार सब्जियों को जगह दें। इससे हार्मोन नियंत्रित रहेंगे। खाने में उबले हुए बीन्स शामिल करना अधिक बेहतर होता है।
- पालक: पालक लौह तत्वों से भरपूर होता है।100 ग्राम पालक में 26 किलो कैलोरी ऊर्जा ,प्रोटीन 2 प्रतिशत ,कार्बोहाइड्रेट 2.9 प्रतिशत, नमी 92 प्रतिशत, वसा 0.7 प्रतिशत, रेशा 0.6 प्रतिशत ,खनिज 0.7 प्रतिशत और रेशा 0.6 प्रतिशत होता हैं। पालक में विभिन्न खनिज-लवण जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, लौह, और विटामिन ए, बी, सी आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा, यह रेशायुक्त और जस्तायुक्त होता है इन्हीं गुणों के कारण इसे जीवन रक्षक भोजन भी कहा जाता है। पालक के नियमित सेवन से हार्मोन बैलेन्स होते हैं व हाइट बढ़ती है।
- ब्रोकली: ब्रोकली खाने के कई फायदे होते हैं। यह गहरे हरे रंग की सब्जी ब्रेसिक्का फैमिली की है। ब्रोकली को पका कर या फिर कच्चा भी खाया जा सकता है, लेकिन अगर आप इसे उबाल कर खाएंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा। इस हरी सब्जी में लोहा, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, क्रोमियम, विटामिन ए और सी पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट भी होता है। इसके नियमित सेवन से हाइट बढ़ने लगती है।
- मटर: मटर एक बेहतरीन सब्जी है, जिसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इसीलिए इसका नियमित सेवन शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है, लेकिन ध्यान रखें कि बेहतर परिणाम के लिए ताजा मटर का उपयोग करें। मटर में फाइबर व प्रोटीन के साथ ही मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। मटर का सेवन करने पर हाइट बढ़ने लगती है।
इसके इलावा कुछ देसी नुसखे भी है जो कद बढ़ाने में कारगर साबित हो सकते हैं:
- अश्वगंधा और सूखी नागौरी दोनों को ही आयुर्वेद में शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। 20 ग्राम सूखी नागौरी, 20 ग्राम अश्वगंधा, 20 ग्राम चीनी ले लीजिए। सूखी नागौरी और अश्वगंधा की जड़ को बारीक पीस लें। इस चूर्ण में बराबर मात्रा में चीनी मिला लें। यह मिश्रण कांच की बोतल में भर लें। रात को सोते समय रोज दो चम्मच चूर्ण लें। फिर गाय का दूध पिएं। इससे हाइट बढ़ने के साथ ही हेल्थ भी बन जाती है। इस चूर्ण को लगातार 40 दिन तक लें। सर्दियों में यह चूर्ण अधिक फायदा करता है।
- काले तिल और अश्वगंधा का यह योग नियमित रूप से सेवन करने पर हाइट बढ़ने लगती है। 1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण और 1 से 2 ग्राम काले तिल को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को 3 से 5 खजूर में मिलाकर 5 से 20 ग्राम गाय के घी में एक महीने तक खाने से लाभ होता है।
- केवल अश्वगंधा का पाउडर लेने से भी कद बढ़ने लगता है। थोड़ी-सी मात्रा में अश्वगंधा की जड़ लेकर उसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में बराबर मात्रा में चीनी मिलाकर रख लें। इस मिश्रण को 2 चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध में डालकर पिएं। रात को सोने से पहले 45 दिनों तक इस योग का सेवन करने से शरीर सुडौल बनता है और कद बढ़ जाता है।
सावधानियां:
- फास्ट फूड या जंक फूड का सेवन न करें।
- खटाई न खाएं।
- ज्यादा मिर्च-मसाले से परहेज करें।
- इन दवाओं का सेवन गाय के दूध के साथ करें तो बेहतर है।
ये आसन भी करें: जिन लोगों का कद नहीं बढ़ रहा हो, उन्हें रोज ताड़ आसन और भुजंगासन करना चाहिए।
ताड़ आसन विधि: ताड़ आसन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं। हाथ उठाकर सांस अंदर लें। अपने पैर के पंजों पर कुछ समय के लिए खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को मिलाएं और अपने शरीर को ऊपर की तरफ खींचें। कुछ देर उसी अवस्था में रहें। फिर सांस बाहर छोड़ें और दोनों पैर के पंजों को सामान्य अवस्था में ले आएं। यह क्रिया 10 से 15 बार करें।
भुजंगासन विधि: पेट के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को मिलाकर रखिए। सिर जमीन पर, आंखें खुली हुई और दोनों बाजू को कोहनी से मोड़ें। हाथों को कंधों के नीचे रखें। कोहनी बाहर की ओर न हो, बल्कि शरीर के साथ लगाकर रखें। एक ही बार में सांस नहीं भरेंगे, बल्कि आसन करते हुए धीरे-धीरे सांस भरें। धीरे-धीरे सांस लेना शुरू करें और फिर सिर को उठाएं। गर्दन को पीछे की ओर मोड़ें। पीठ की मांसपेशियों का बल लगाते हुए आप कंधे भी उठाएं। हथेलियों पर थोड़ा दबाव रखते हुए छाती और नाभि तक का भार उठाएं। हर स्थिति में नाभि को जमीन से 30 सेंटीमीटर ही ऊपर उठाना चाहिए। ज़्यादा नहीं, अन्यथा कमर भी उठ जाएगी। इस स्थिति में कोहनी सीधी नहीं होगी। इसके बाद आकाश की ओर देखें। इस अवस्था में सांस रोकें। कमर के निचले भाग पर खिंचाव आएगा, जिसे आप महसूस कर पाएंगे। इस स्थिति में 3-4 सेकंड तक रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। इसके साथ ही अपने डाइट चार्ट में ज्यादा से ज्यादा फल और मेवे शामिल करें। कद बढ़ने लगेगा।
ताड़ आसन विधि: ताड़ आसन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं। हाथ उठाकर सांस अंदर लें। अपने पैर के पंजों पर कुछ समय के लिए खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को मिलाएं और अपने शरीर को ऊपर की तरफ खींचें। कुछ देर उसी अवस्था में रहें। फिर सांस बाहर छोड़ें और दोनों पैर के पंजों को सामान्य अवस्था में ले आएं। यह क्रिया 10 से 15 बार करें।
भुजंगासन विधि: पेट के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को मिलाकर रखिए। सिर जमीन पर, आंखें खुली हुई और दोनों बाजू को कोहनी से मोड़ें। हाथों को कंधों के नीचे रखें। कोहनी बाहर की ओर न हो, बल्कि शरीर के साथ लगाकर रखें। एक ही बार में सांस नहीं भरेंगे, बल्कि आसन करते हुए धीरे-धीरे सांस भरें। धीरे-धीरे सांस लेना शुरू करें और फिर सिर को उठाएं। गर्दन को पीछे की ओर मोड़ें। पीठ की मांसपेशियों का बल लगाते हुए आप कंधे भी उठाएं। हथेलियों पर थोड़ा दबाव रखते हुए छाती और नाभि तक का भार उठाएं। हर स्थिति में नाभि को जमीन से 30 सेंटीमीटर ही ऊपर उठाना चाहिए। ज़्यादा नहीं, अन्यथा कमर भी उठ जाएगी। इस स्थिति में कोहनी सीधी नहीं होगी। इसके बाद आकाश की ओर देखें। इस अवस्था में सांस रोकें। कमर के निचले भाग पर खिंचाव आएगा, जिसे आप महसूस कर पाएंगे। इस स्थिति में 3-4 सेकंड तक रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। इसके साथ ही अपने डाइट चार्ट में ज्यादा से ज्यादा फल और मेवे शामिल करें। कद बढ़ने लगेगा।
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साभार: भास्कर समाचार
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