Friday, August 1, 2014

सोशल मीडिया पर सुरक्षित रहने के लिए क्या करें



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हाल ही में फेसबुक पर डाली गई तस्वीर का दुरुपयोग होने पर सदमे में आई एक लड़की ने आत्महत्या कर ली। ऐसे कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं, इसलिए सोशल मीडिया, खासतौर पर फेसबुक के सुरक्षित उपयोग के तरीकों को जानना जरूरी है। आज हम ऐसे ही कुछ तरीकों की चर्चा करेंगे:
फेक अकाउंट को पहचानें: फेक अकाउंट्स यानी ऐसे अकाउंट जिन्हें अन्य अकाउंट हैक करने, किसी वस्तु विशेष का विज्ञापन करने या स्पैम-वायरस फैलाने के उद्देश्य से बनाया जाता है। ऐसे अकाउंट का शिकार आप न हों, इसके लिए ये तरीके अपनाए जा सकते हैं:
  • रिक्वेस्ट भेजने वाले से सवाल पूछें कि वह आपका दोस्त क्यों बनना चाहता है? आपका प्रोफाइल उसे कैसे मिला?
  • प्रोफाइल पर जाकर म्यूचुअल (कॉमन) फ्रेंड्स या फॉलोवर्स (ट्विटर पर) देखें। अगर कोई कॉमन फ्रेंड है तो उससे जानकारी लें। 
  • प्रोफाइल अच्छे से पढ़ें और जानकारियों के आपसी संबंध की जांच करें। 
  • प्रोफाइल फोटो को सेव कर गूगल पर इमेज सर्च कर जानने की कोशिश करें कि क्या यह वास्तविक फोटो है या किसी दूसरे की तस्वीर इस्तेमाल की गई है? 
  • रिक्वेस्ट भेजने वाले की फ्रेंड लिस्ट चैक करें। अगर संख्या बेहिसाब है और उसमें उसकी प्रोफाइल के मुताबिक दोस्त नहीं हैं तो रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। 
  • वॉल चैक करें और देखें कि रिक्वेस्ट भेजने वाला किस तरह की पोस्ट डालता है। अश्लील या संदिग्ध पोस्ट होने पर इसे ब्लॉक कर दें। लंबे समय से कोई पोस्ट न हो फिर भी रिक्वेस्ट आई हो तो अकाउंट फेक हो सकता है।
  • कई लोग एक साथ कई फेक अकाउंट भी चलाते हैं और देखने पर लगता है कि ये एक दोस्तों का ग्रुप है, जबकि यह एक ही व्यक्ति होता है। ऐसे ग्रुप से बचें।  
फोटो प्राइवेसी: सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा मामले फोटो के दुरुपयोग के आते हैं, इसलिए अपनी निजी तस्वीरों को अपलोड न ही करें। अगर कोई तस्वीर अपलोड करते भी हैं तो उसकी प्राइवेसी सेटिंग जरूरत के हिसाब से रखें। फेसबुक पर सुरक्षा विकल्प इस प्रकार है - किसी भी तस्वीर पर क्लिक करें, आपको डिस्क्रिप्शन के ऊपर एक तीर का निशान मिलेगा, क्लिक करने पर ये विकल्प आएंगे - Public/ Friend/ Only Me/ Custom. Friend या Custom विकल्प सही रहेगा। Custom के जरिए पहुंच उन दोस्तों तक ही रहेगी, जिन्हें आप तस्वीरें दिखाना चाहते हैं।  
टैगिंग लॉक:बतौर सुरक्षा फोटो एलबम लॉक करने के बाद भी कई बार आपको किसी तस्वीर में टैग कर दिया जाता है, जिससे वह सार्वजनिक हो जाती है और इसका दुरुपयोग संभव है। इसलिए या तो टैंगिंग लॉक करें या फिर रिव्यू ऑन रखें, जिसमें तस्वीर को सार्वजनिक करने से पहले आपसे अनुमति ली जाएगी। यह विकल्प यहां मिलेगा - Setting- timeline and tagging- who can add things to my timeline?
लॉगइन लोकेशन: फेसबुक जैसी कई सोशल नेटवर्किंग साइट लॉगइन लोकेशन का रिकॉर्ड रखती हैं। आप समय-समय पर इसे चैक कर पता कर सकते हैं कि कोई और आपका अकाउंट तो नहीं खोल रहा। फेसबुक पर यह विकल्प यहां मिलेगा - Setting- security- where you are logged in
मोबाइल अलर्ट: फेसबुक पर मोबाइल अलर्ट की सुविधा मौजूद है, जिससे जब भी आपका फेसबुक अकाउंट लॉगइन किया जाएगा आपके मोबाइल पर एसएमएस पहुंच जाएगा। फेसबुक पर यह विकल्प यहां मिलेगा - Setting- security- login notification
ट्रस्टेड कॉन्टेक्ट्स: अगर किन्हीं कारणों से आपका फेसबुक अकाउंट लॉक हो जाता है तो भी आप ट्रस्टेड कॉन्टेक्ट्स के जरिए अकाउंट वापस पा सकते हैं। इसमें आप अपने विश्वसनीय फेसबुक फ्रेंड्स का नाम दे सकते हैं। आपको यह विकल्प यहां मिलेगा - Setting- security- trusted contacts
खुद को करें सर्च: आपके बारे में इंटरनेट पर किस तरह की जानकारियां उपलब्ध हैं, यह आप अपने नाम को गूगल समेत विभिन्न सर्च इंजन्स पर सर्च कर पता कर सकते हैं। इसमें टेक्स्ट और इमेज, दोनों सर्च करें। कोई आपत्तिजनक या व्यक्तिगत जानकारी या तस्वीर होने पर उसके स्रोत का पता कर उसे हटाने का प्रयास कर सकते हैं।  
सिक्योरिटी क्वेशचन: पासवर्ड सेट करते समय अक्सर आपको एक सवाल सेट करना होता है। इसमें आप कोई ऐसा सवाल चुनें, जिसके जवाब का अंदाजा आपके प्रोफाइल के आधार पर न लगाया जा सके। इससे आपके सोशल मीडिया अकाउंट के हैक होने की आशंका कम हो जाती है। 
ब्राउजर अपडेट: अपने प्रोफाइल को सुरक्षित रखने के लिए आपको समय-समय पर अपने ब्राउजर (गूगल क्रोम, फायरफॉक्स आदि) को अपडेट करते रहना चाहिए। नए ब्राउजर्स में कई सुरक्षा संबंधित विकल्प आ रहे हैं, जो आपकी ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान सुरक्षा प्रदान करते हैं।  
कीप्ड लॉगइन ऑप्शन: फेसबुक समेत कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर 'कीप लॉग्ड इन' का विकल्प मौजूद होता है, जिससे आपको बार-बार लॉगइन करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। साइबर कैफे या किसी सार्वजनिक कम्प्यूटरों पर लॉगइन करते समय इसका उपयोग न करें।  
न दें ये जानकारियां: जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक अपने घर का पता, निजी फोन नंबर, जन्मदिन आदि की जानकारी न दें या फिर उसे सिर्फ दोस्तों तक सीमित रखें। प्रोफाइल में दी गई जानकारियों के आधार पर हैकर्स आपके यूजरनेम और पासवर्ड का अंदाजा लगा सकते हैं।  
अनजान लिंक पर क्लिक न करें: फेसबुक और ट्विटर पर ऐसी कई वीडियो लिंक्स आती हैं, जिनमें या तो किसी अनोखी घटना को दिखाए जाने का दावा किया जाता है या कोई अश्लील वीडियो की तस्वीर होती है। इन पर क्लिक करने से ये आपके प्रोफाइल समेत आपकी तरफ से अन्य दोस्तों की वॉल पर भी पहुंच जाते हैं। साथ ही जानकारी चोरी होने का भी खतरा होता है। यही बात मैसेज पर भी लागू होती है।  
ऐसे न जाएं साइट पर: सोशल नेटवर्किंग से जुड़े ई-मेल अक्सर आते रहते हैं। साथ ही कई वेबसाइट्स पर सोशल नेटवर्किंग साइट की लिंक दी जाती है। इनके जरिए फेसबुक-ट्विटर आदि पर लॉगइन करने से जानकारी चोरी होने का खतरा होता है। बेहतर होगा आप ब्राउजर में ऊपर स्थित एड्रेस बार में ही साइट का नाम टाइप कर लॉगइन करें।  
एप लॉगइन: फेसबुक पर कई एप्स और गेम्स मौजूद हैं, जिन्हें इस्तेमाल करने से पहले आपसे फेसबुक के जरिए ही लॉगइन परमिशन मांगी जाती है। इनके उपयोग से बचें। यह आपकी व्यक्तिगत जानकारी जो फेसबुक पर सार्वजनिक नहीं है, उसे भी चुरा सकते हैं।  
कंपनी मेल का इस्तेमाल न करें: सोशल नेटवर्किंग साइट पर अकाउंट बनाने के लिए अपने ऑफिस या कंपनी के ऑफिशियल मेल आईडी का इस्तेमाल न करें। इससे आपके अलावा कंपनी की जानकारी चोरी होने का खतरा रहता है।  
कॉन्टेस्ट में हिस्सा न लें : फेसबुक पर ऐसी कोई एप मौजूद नहीं है, जो आपको आपके प्रोफाइल विजिट करने वालों की संख्या, हाल ही प्रोफाइल देखने वालों के नाम बता सके। ऐसा दावा करने वाली एप पर क्लिक न करें। साथ ही इनाम जिताने का दावा करने वाले किसी भी कॉन्टेस्ट लिंक पर क्लिक न करें।


साभार: भास्कर समाचार
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