साभार: भास्कर समाचार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत में एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण होने पर कम्पोजिट स्थानांतरण अनुदान को 125% तक बढ़ाया है। आईएएस, आईएफएस और आईपीएस अधिकारी यह सुनिश्चित
करें कि जो योग्य लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ जरूर मिलना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के लोगों को एक पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन दिया जा सके। मुख्यमंत्री पंचकूला में 12वें लोक सेवा दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की प्रशासनिक प्रणाली चलाने में आईएएस, आईएफएस और आईपीएस अधिकारियों की भूमिका अहम है। उन्होंने अधिकारियों के काम को चुनौतीपूर्ण बताया। सिस्टम के सुचारु कामकाज के लिए अधिकारियों को अंतर विभागीय नीति के मुद्दों को हल करने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित करने के लिए भी कहा है।
पुलिस के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों को भी लाभ:
पुलिस विभाग को ये दिए गए लाभ:
- वर्दी भत्ता: डीएसपी रेंक या राजपत्रित अधिकारी को 2800 रुपए वार्षिक था। अब 5 हजार रुपए मिलेगा। एएसआई से इंस्पेक्टर की रेंक के पुलिस अधिकारी को 1920 की जगह अब 3 हजार रुपए दिए जाएंगे। कांस्टेबल से हैड कांस्टेबल को 1200 के बजाय अब 2500 रुपए दिए जाएंगे।
- वाहन भत्ता: इंस्पेक्टर को 450 रुपए की बजाए 800, एसआई को 360 रुपए की जगह 650 रुपए और एएसआई को 300 रुपए की बजाय 540 रुपए प्रति महीना वाहन भत्ता मिलेगा। हेड कांस्टेबल का 120 रुपए से 220 रुपए और कांस्टेबल का 120 रुपए से बढ़ाकर वाहन भत्ता 220 रुपए किया गया है।
- राशन भत्ता: ग्रुप-डी श्रेणी कर्मचारियों के अलावा एचएपी एवं आईआरबी में कार्यरत कांस्टेबल से डीएसपी तक को 840 रुपए की बजाए अब 1100 रुपए हर महीना राशन भत्ता दिया जाएगा। जबकि पुलिस विभाग ड्यूटी देने वाले कांस्टेबल से डीएसपी तक को 600 रुपए की बजाए अब 1100 रुपए मिलेंगे। एचएपी मधुबल में कार्यरत ग्रुप-डी के कर्मचारियों का यह भत्ता 250 रुपए से 450 रुपए हर महीना किया गया है।
- इंस्ट्रक्शनल अलाउंस: डीएसपी और इंस्पेक्टर को 600 रुपए की बजाए 1100, एसआई व एएसआई को 500 रुपए की बजाए 900, हैड कांस्टेबल को 450 रुपए की बजाए 800 रुपए और कांस्टेबल को 350 रुपए की बजाए 625 रुपए दिए जाएंगे।
- जोखिम भत्ता: कांस्टेबल से इंस्पेक्टर तक को जोखिम भत्ता 5 हजार रुपए दिया जाता है। इसे इतना ही रखा गया है।
- जाेखिम भत्ता कमांडो: इंस्पेक्टर से लेकर एएसआई तक का 240 रुपए से बढ़ाकर 425 रुपए किया है। हैड कांस्टेबल का 200 रुपए से 350 और कांस्टेबल का 160 रुपए से बढ़ाकर 280 रुपए किया गया है। आईआरबी के कांस्टेबल से डीएसपी तक का 500 रुपए से बढ़ाकर 700 रुपए किया गया है।
- डाइट भत्ता कमांडो: कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक का यह भत्ता 40 रुपए से 70 रुपए प्रतिदिन किया गया है। जबकि ग्रुप-डी के कर्मचारियों को 20 रुपए की बजाए 35 रुपए मिलेंगे।
- डॉक्टरों के नॉन प्रेक्टिस अलाउंस (एनपीए) संशोधित मूल वेतन के 20 फीसदी की दर से दिया जाएगा। यह 2 लाख 24 हजार 550 रुपए से अधिक नहीं होगा। जबकि वर्तमान दर असंशोधित मूल वेतन का 25 फीसदी है। इस प्रकार एनपीए 200 फीसदी से अधिक की वृद्धि की गई है।
- ग्रामीण स्वास्थ्य भत्ते को 500 रुपए से बढ़ाकर 900 रुपए किया गया है।
- नर्सिंग स्टाफ के लिए वर्दी एवं धुलाई भत्ता 700 से 1250 रुपए किया है।
- यात्रा भत्ता 500 से 900 रुपए प्रति माह किया है। यह भत्ता एमपीएचडब्ल्यू मेल एवं फीमेल दोनों को दिया जाता है।
- नर्सिंग छात्रवृत्ति 500 से 1000 रुपए: स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित संस्थानों से नर्सिंग कोर्स कर रहे विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति को 500 रुपए प्रति महीना से बढ़ाकर 1000 रुपए किया है।