साभार: भास्कर समाचार
आसाराम केस में 25 तारीख को आने वाले फैसले को देखते हुए जोधपुर के साथ यूपी-हरियाणा पुलिस भी सतर्क हो गई है। भास्कर ने इस परिवार और पांच मुख्य गवाहों की सुरक्षा पड़ताल की तो सामने आया कि यूपी की
शाहजहांपुर पुलिस ने दुष्कर्म पीडि़ता और उसके परिजनों की सुरक्षा दोगुना बढ़ा दी है और उनके घर आने वाले लोगों को भी निगरानी में रखा जा रहा है। जानलेवा हमले से बचा मुख्य गवाह महेंद्र चावला को हरियाणा के सनोली थाना पुलिस ने चौबीस घंटे हथियारबंद गार्ड्स की सुरक्षा दे रखी है। जोधपुर कोर्ट में बयान देने आए गवाह राहुल सचान पर भी चाकू से हमला हुआ था, वह तब से गायब है। उसके परिजन यूपी के निमधा गांव में रहते हैं, वहां की पुलिस कहती है कि गवाह ही नहीं मिला तो सुरक्षा किसे दें? परिजनों को देने का कोई मतलब नहीं है। जबकि हिसार में रहने वाले गवाह अजय कुमार को इसलिए सुरक्षा नहीं मिली है क्योंकि उस पर हमला नहीं हुआ है। उधर अहमदाबाद के अमृत प्रजापति और शाहजहांपुर के ही कृपालसिंह भी इस केस के मुख्य गवाह थे, उनकी गोली मार कर हत्या कर दी थी। इन परिवारों को पुलिस ने सुरक्षा नहीं दे रखी है। सभी के परिजन फैसले को लेकर आशंकित है, उनका कहना है कि आसाराम को सजा होती है तो गुस्साए समर्थक हमला कर सकते हैं और बरी होता है तब भी बदला लेने के लिए हमला किया जा सकता है।
फैसले को लेकर अलर्ट, कड़ी सुरक्षा में पीड़ित परिवार: यूपी की शाहजहांपुर पुलिस ने पीडि़ता व उसके परिवार को पांच सालों से सुरक्षा दे रखी है। कोतवाली थाने के एसएचओ अशोक सोलंकी ने बताया कि फैसले की तारीख घोषित होने के बाद हथियारबंद डबल गार्ड लगा दी है। उनके घर आने वालों को निगरानी में रखा जा रहा है तथा संदिग्ध एक्टिविटी पर नजर रखी जा रही है। शाहजहांपुर एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि वे खुद व्यक्तिगत रूप से सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।