साभार: भास्कर समाचार
उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन ने अपने फैसले से दुनिया को हतप्रभ कर दिया है। शनिवार को उन्होंने घोषणा की- उनका देश अब और
परमाणु व लंबी दूरी की मिसाइलों का परीक्षण नहीं करेगा। देश की परमाणु परीक्षण साइट पुंगेरी को भी बंद कर दिया जाएगा। किम जोंग उन ने यह फैसला सत्ताधारी पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में लिया। उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक किम जोंग ने कहा कि हमने अपने परमाणु शक्ति बनने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। अब हमें और परमाणु, मध्यम और लंबी दूरी की मिसाइलों के परीक्षण की जरूरत नहीं है। हमारी न्यूक्लियर टेस्ट साइट पुंगेरी का भी मिशन पूरा हो चुका है। किम के ऐलान पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा है कि अब उत्तर कोरिया और परमाणु परीक्षण नहीं करेगा। ये पूरी दुनिया के लिए यह अच्छी खबर है, एक बड़ी प्रगति है। मैं किम जोंग के साथ होने वाली मुलाकात को लेकर भी उत्साहित हूं।
वहीं, दक्षिण कोरिया और जापान ने भी उत्तर कोरिया के फैसले का स्वागत किया है। हालांकि जापान ने कहा है कि बस इतना बोलना पार्याप्त नहीं है। किम जोंग ये अहम घोषणा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन से मुलाकात के छह दिन पहले की है। किम ने आखिरी मिसाइल का परीक्षण पिछले साल नवंबर में किया था। हालांकि उत्तर कोरिया ने इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है कि वह परमाणु नि:शस्त्रीकरण की दिशा में भी आगे बढ़ेगा या नहीं।
7 साल में 5 परमाणु परीक्षण के बाद राष्ट्रपति किम जोंग ने पार्टी की बैठक में परमाणु कार्यक्रम रोकने का ऐलान किया उ. कोरिया ने आखिरी मिसाइल परीक्षण पिछले साल नवंबर में किया था किम जोंग के परमाणु कार्यक्रम बंद करने के एेलान को लोगों ने टीवी पर भी देखा।
उत्तर कोरिया ने 33 साल में 150 मिसाइलों का परीक्षण किया, अकेले किम जोंग ने 7 साल में 89 परीक्षण किए 3 ऐसी मिसाइलें: जो अमेरिका तक न्यूक्लियर हथियार ले जा सकती हैं उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण केंद्र पुंगेरी है, जो 2006 से संचालित है। यहां 2016 और 2017 में हुए पांचवें और छठवें परीक्षण अहम थे। इन परीक्षणों में एक कॉम्पैक्ट न्यूक्लियर डिवाइस का इस्तेमाल हुआ था, जिसे कम, मध्यम, इंटर-मीडियम और इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल पर लगाया जा सकता है। इन मिसाइलों की मारक क्षमता दूसरे विश्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बम से दो-तीन गुना ज्यादा है। उ. कोरिया की बनाई गई 150 मिसाइलों में से सिर्फ तीन ही अमेरिका तक न्यूक्लियर हमला कर सकती हैं।
इससे पहले 1999 में भी उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण के प्रतिबंध पर सहमति जताई थी, पर 2006 में उसने इसे तोड़ दिया था।
पहले: किम के पिता ने 16 साल में 15 मिसाइल टेस्ट किया था 33 साल में उत्तर कोरिया ने 150 से ज्यादा मिसाइल परीक्षण कर चुका है। इनमें आधे से ज्यादा किम जोंग ने उन ने 2011 में राष्ट्रपति बनने के बाद किया है। किम ने अपने 7 साल के कार्यकाल में करीब 89 मिसाइलों का परीक्षण किया है। उनके पिता किम जोंग सेकंड ने 16 मिसाइलों का परीक्षण किया था। जबकि किम जोंग के दादा किम सेकंड सुंग ने 10 साल में 15 मिसाइलों का परीक्षण किया था। पिछले सात साल में उत्तर कोरिया ने 6 परमाणु परीक्षण भी किए हैं।
आगे: अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवनस्तर में सुधार पर फोकस उत्तर कोरिया की सरकारी एजेंसी केसीएनए के मुताबिक राष्ट्रीय मुद्दों पर देश का फोकस बदल रहा है। अब सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने पर काम कर रही है। ताकि लोगों के जीवनस्तर में सुधार आ सके।
मई या जून में ट्रम्प-किम के बीच मुलाकात की संभावना कुछ दिन पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के प्रमुख उत्तर कोरिया गए थे। उन्होंने प्योंगयांग में किम जोंग उन से मुलाकात की थी। इसके बाद से कहा जा रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मई या जून महीने में किम जोंग से मुलाकात कर सकते हैं। इसके लिए दोनों देश के अधिकारी 5 जगहों पर विचार कर रहे हैं। ट्रम्प भी ये बात स्वीकार कर चुके हैं।