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चीन ने कहा है कि नरेंद्र मोदी
की नेपाल यात्रा सफल साबित हुई है। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने
कहा, "17 साल में पहली बार गए किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने नेपालियों को
दिल जीत लिया है। वे रिश्तों को काफी आगे और नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं।
हालांकि, नेपाल को अब संदेह हो सकता है कि कहीं भारत उसके ऊर्जा क्षेत्र पर
एकाधिकार न जमा ले।" गौरतलब है कि नेपाल के अगल-बगल में विश्व की दो बड़ी आर्थिक महाशक्ति
भारत और चीन है। वह पर्यटकों के बीच
लोकप्रिय देशों में से एक है। 147,181
किलोमीटर में फैला दक्षिण एशिया का यह शहर नेचुरल रिसोर्सेस और प्राकृतिक
सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह छोटा-सा पहाड़ी देश हाइड्रोपावर, राफ्टिंग
और माउंटेन ट्रैकिंग के लिए भी मशहूर है। विभिन्न देशों के पर्यटक माउंट
एवरेस्ट (दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत) और अरुण घाटी (सबसे गहरी घाटी) को
देखने आते हैं। इस देश में विभिन्न जाति और धर्म के लोग रहते हैं। कई सालों से माओवादी
संघर्ष में उलझे होने के कारण यहां नया संविधान बनना बाकी है। इससे इसके
विकास पर काफी प्रभाव पड़ा है। इन सबके बावजूद नेपाल प्राकृतिक स्रोतों
सहित कई मामलों में अन्य देशों से आगे है। आइए नेपाल के बारे में कुछ ऐसी जानकारी की चर्चा करें, जो शायद हम में से बहुत लोगों को पहले नहीं पता थी:
- दुनिया का सबसे स्लो इंटरनेट: नेपाल दुनिया का दूसरा देश हैं, जहां इंटरनेट की गति बहुत धीमी है। यहां 32 फीसद इंटरनेट कनेक्शन या 60 फीसद लोगों का इंटरनेट 256 kbps से भी कम स्पीड में चलता है। नेपाल में कई IPSs और कम्युनिकेशन फर्म कम दाम में इंटरनेट की गति को तेज करने का प्रयास कर रही हैं।
- लगभग हमेशा गुल रहती है बिजली: हालांकि, नेपाल का स्थान वाटर रिसोर्स के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। अगर इसका समुचित उपयोग किया जाए तो यह देश हाइड्रोपावर के क्षेत्र में दुनिया में एक बड़ी ताकत बन सकता है। अभी तक नेपाल में लगभग 83,000 मेगावाट हाइड्रोपावर का उत्पादन होता है। यहां के बेकार इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से यह देश बिजली पैदा करने में अभी काफी पीछे है। यहां लोगों को रोजाना 9-12 घंटे ही बिजली मिलती है और हर सीज़न में 3 से 4 बार पावर कट होता है। इसी वजह से यह देश इंडस्ट्री, फैक्ट्री और ऑफिस की मूलभूत सुविधाओं के मामले में अभी भी अन्य देशों की अपेक्षा काफी पिछड़ा हुआ है।
- तंबाकू के लिए प्रसिद्ध: नेपाल कभी चरस-तंबाकू आदि के लिए बहुत मशहूर था। 70 और 80 के दशक में नेपाल की राजधानी काठमांडू में हिप्पीज लोग चरस और अन्य नशे के लिए आया करते थे। इस देश में वीड (चरस, तंबाकू) खरीदना, बेचना और इस्तेमाल करना गैरकानूनी है। फिर भी लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार करते हैं। अभी भी वहां तंबाकू की अवैध खेती की जाती है।
- वर्ल्ड हेरिटेज साइट: 15 किलोमीटर के एरिया में नेपाल में सात हेरिटेज साइट्स आती हैं। इनमें पशुपतिनाथ मंदिर, स्वयंभूनाथ मंदिर, बुद्ध स्तूप, काठमांडू, भक्तपुर और पटन दरबार स्क्वॉयर शामिल हैं। यह सभी हेरिटेज काठमांडू वैली के तीन जिलों काठमांडू, भक्तपुर और ललितपुर में पड़ते हैं।
- नमस्ते करना: नमस्ते करना वैसे तो भारतीय परंपरा में अभिवादन करने का तरीका है। लेकिन नेपाल में भी हाथ मिलाकर या गले लगकर नहीं, बल्कि हाथ जोड़कर अभिवादन करने की परंपरा है। नेपाल के भारत से सटे क्षेत्रों में नमस्ते के साथ ही बड़े बुजुर्गों के पांव छूकर आशीर्वाद लेना भी अभिवादन करने का एक तरीका है।
- अनेकता में एकता: ‘यूनिटी इन डायवर्सिटी’ स्लोगन के साथ नेपाल के लोग देशप्रेम और राष्ट्रीयता को बहुत मानते हैं। नेपाल में भगवान बुद्ध के प्रति लोगों में जबरदस्त श्रद्धा की भावना देखी जा सकती है। महाशिवरात्रि के अवसर नेपाल का बहुत बड़ा त्योहार है। इस मौके पर पशुपतिनाथ मंदिर में अपार भीड़ उमड़ती है।
- नेशनल फ्लैग: दुनिया में नेपाल का झंडा ही ऐसा है, जो चतुर्भुज नहीं है। इसके अलावा सभी देशों के झंडों के चार कोने होते हैं। हाल में हुए एक रिसर्च में यह माना गया है कि नेपाल का झंडा एक मैथेमैटिकल झंडा है, जो इस देश की पहचान बताता है। नीला बॉर्डर और लाल रंग के साथ ही झंडे में बना चांद और सूरज और दो त्रिकोण हिमालय और दो धर्म हिंदू और बौद्ध को दर्शाते हैं।
- माउंटेन क्लाइंबिंग, ट्रैकिंग और राफ्टिंग: नेपाल में 8 सबसे ऊंचे पहाड़ या चोटियां हैं। इस वजह से यह देश माउंटेन क्लाइंबिंग, ट्रैकिंग और राफ्टिंग के लिए ट्रैवलर के बीच खासा चर्चित है। यहां हिमालय की वजह से लोग वैसे ही आकर्षित हो जाते हैं, जिस वजह से माउंटेन क्लाइंबिंग करने वालों के लिए यह जन्नत है। वहीं, यहां की त्रिशूली नदी भी रिवर राफ्टिंग करने वालों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। एक अनुमान के अनुसार, राफ्टिंग और ट्रैकिंग में रुचि रखने वाले दुनिया के 20 फीसदी से ज्यादा लोग यहां आते हैं।
- कई रिकॉर्ड हैं देश के नाम: नेपाल के नाम दुनिया के कई रिकॉर्ड हैं। इसमें से सबसे पहले 8,848 मीटर की ऊंचाई वाला माउंट एवरेस्ट है। इसके साथ ही यहां धरती की सबसे ऊंची 4800 मीटर की तिलिचो झील, 3600 मीटर ऊंचाई वाली 145 मीटर गहरी Shey phoksundo झील, 1200 मीटर गहरी Kalidanki वैली और सबसे ऊंची अरुण घाटी है। इसके अलावा भी नेपाल के नाम कई वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं, जैसे दुनिया का सबसे छोटा आदमी चंद्र बहादुर इसी देश का है।
- गोरखा सैनिकों की अतुलनीय बहादुरी: नेपाल के पड़ोसी देश भारत और चीन पर अंग्रेजों ने सालों साल राज किया, लेकिन कोई भी ताकत आज तक नेपाल को हाथ नहीं लगा सकी है। इसका श्रेय 'गुरखा' को जाता है। नेपाल के गोरखा बहादुरी और पराक्रम के लिए जाने जाते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण विश्व युद्ध में उनका प्रदर्शन था।
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साभार: भास्कर समाचार
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