राजस्थान के शिक्षा विभाग ने माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों से
प्राथमिक कक्षाओं को अलग करने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे सैकड़ों
शिक्षकों की छंटनी हो जाएगी। उनका समायोजन अन्य स्कूलों में रिक्त पदों पर
किया जाएगा। अपग्रेड होने के दो साल बाद माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल से पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं अलग करने का नियम है लेकिन पिछले 12 साल से इस
नियम का पालन नहीं हो पाया है। राज्य में राइट टू एजुकेशन (RTE) एक्ट लागू होने के बाद प्राथमिक कक्षाओं को
अलग करना अनिवार्य हो गया है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक श्री हर सहाय मीणा ने
सभी उपनिदेशक और जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए
हैं। पांचवीं तक की कक्षाएं माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों से अलग होने
के बाद उसी स्कूल भवन में संचालित होंगी। Posted at www.nareshjangra.blogspot.com शिक्षाधिकारियों को अपने क्षेत्र
में ऐसे स्कूलों के प्रस्ताव उपनिदेशकों को भेजने होंगे। उनके अनुमोदन के
बाद पांचवीं तक की कक्षाओं को अलग किया जाएगा। यह कार्रवाई 15 दिन में ही
पूरी करनी होगी। शिक्षा निदेशक ने बताया कि इसके लिए एक प्रपत्र भी जारी किया है, जिसमें शाला से संबंधित संस्थापन सूचना अंकित करनी होगी।
साभार: दैनिक भास्कर