हिमाचल प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से जेबीटी के 1308 पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है। इस अनुबंध आधारित जेबीटी भर्ती में टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) उत्तीर्ण होना
अनिवार्य है। विभाग ने इसके लिए नए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों का
हवाला दिया है। इसमें आरटीई एक्ट के तहत टीईटी को पास करना जरूरी है। इस भर्ती में चयनित जेबीटी शिक्षकों को
8910 रुपए मासिक मानदेय मिलेगा। इस भर्ती में विभाग ने अपने गृह जिले के इलावा दूसरे जिलों में भी शिक्षकों को भर्ती होने का
विकल्प खुला रखा है, क्योंकि
कई जिलों से जेबीटी उत्तीर्ण उम्मीदवार टीईटी पास नहीं कर पाए हैं।
पात्रता परीक्षा में असफल प्रशिक्षुओं ने संघर्ष समिति बनाई: पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण न कर पाए जेबीटी प्रशिक्षुओं ने बिना टीईटी नौकरी न देने के विरोध में एक संघर्ष समिति
का गठन किया है। समिति के अनुसार कई प्रशिक्षु आठ
साल से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब हरियाणा जैसे कुछ राज्यों में
टीईटी से छूट दी जा सकती है, तो हिमाचल प्रदेश में भी तो ऐसा हो सकता था।
स्रोत: दैनिक भास्कर समाचार