Saturday, November 22, 2014

सैलरी अकाउंट के ये भी हैं फायदे

नोट: इस पोस्ट को सोशल साइट्स पर शेयर/ ईमेल करने के लिए इस पोस्ट के नीचे दिए गए बटन प्रयोग करें। 
सैलरी अकाउंट, रेगुलर बैंक अकाउंट की तरह ही होता है, जिसमें हर माह आपका एम्पलॉयर आपकी सैलरी डालता है। अगर आपके पास सैलरी अकाउंट है तो आपको इसके साथ मिलने वाले फायदे के बारे में भी पता होगा। हालांकि, सैलरी अकाउंट पर मिलने वाले फायदे को बैंक अक्सर नहीं बताते हैं। बैंक सैलरी अकाउंट पर कई तरह के ऑफर देते हैं। इनमें मुफ्त एटीएम इस्तेमाल करने की सुविधा से लेकर सस्ते बैंक लोन तक की सुविधा होती है। इसके अलावा बैंक क्लासिक
सैलरी अकाउंट, वेल्थ सैलरी अकाउंट, बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट-सैलरी और डिफेंस सैलरी अकाउंट की भी सुविधा देते हैं। आइए जानें क्या हैं सैलरी अकाउंट के फायदे: 
  1. जीरो बैलेंस और मुफ्त एटीएम इस्तेमाल की सुविधा: कर्मचारी को सैलरी अकाउंट में जीरो क्वार्टली बैलेंस रखने की इजाजत होती है और साथ ही यह अकाउंट जीरो बैलेंस पर भी खोला जा सकता है। अमूमन बैंक में खाता खोलने के लिए 1000 रुपए डिपॉजिट करने होते हैं। इसके अलावा, साधारण अकाउंट के एटीएम इस्तेमाल करने पर दूसरे बैंक चार्ज करते हैं। वहीं, नए नियमों के मुताबिक, सैलरी अकाउंट के एटीएम से पैसा निकालने में दूसरे बैंक से 3 बार मुफ्त पैसे निकालने और अपनी ब्रांच पर मुफ्त में पैसे निकालने की सुविधा भी मिलती है।  हालांकि, नए नियम के मुताबिक ये सुविधा कुछ ही बैंक एटीएम पर उपलब्ध है। जैसे कोटक महिंद्रा बैंक और फेडरेल बैंक जैसे छोटे बैंक में ये सुविधा देते हैं। एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक एक तय लिमिट के बाद मुफ्त ट्रांजैक्शन नहीं देते। 
  2. यह भी देता है बैंक: अगर आपके पास बहुत सारा पैसा है तो आप वैल्थ सैलरी अकाउंट भी खोल सकते हैं। इसके तहत बैंक आपको डेडिकेटिड वेल्थ मैनेजर देता है। यह मैनेजर आपके बैंक से जुड़े तमाम काम देखता है। 
  3. एम्प्लॉई बेनिफिट: कुछ बैंक पेरोल अकाउंट्स को क्रेडिट कार्ड देने, ओवरड्राफ्ट, सस्ते लोन, चेक, पे ऑर्डर व डिमांड ड्राफ्ट की फ्री रेमिटेंस, फ्री इंटरनेट ट्रांजैक्शंस जैसी सुविधाएं भी देते हैं। 
  4. सेविंग बैंक अकाउंट: अगर आपके बैंक को पता चले कि कुछ समय से आपके अकाउंट में सैलरी नहीं आ रही है तो आपको मिली तमाम सुविधाएं वापस ले ली जाती हैं और आपके बैंक अकाउंट को नॉर्मल सेविंग्स अकाउंट की तरह ही जारी रखा जाता है। 
  5. अकाउंट बदलना: एक बैंक से दूसरे बैंक में अकाउंट बदलने के लिए भी सैलेरी अकाउंट के मामले में बैंक इसका प्रोसेस आसान रखते हैं। बेशक वे इसमें कुछ शर्ते जरूर रखते हैं। 
  6. अन्य सुविधाएं: बैंक आपको पर्सनलाइज्ड चेक बुक देता है, जिसके हर चेक पर आपका नाम छपा होता है। आप बिल भुगतान की सुविधा ले सकते हैं, नहीं तो फोन या इंटरनेट के जरिए पेमेंट्स कर सकते हैं। सेफ डिपॉजिट लॉकर, स्वीप-इन, सुपर सेवर फैसिलिटी, फ्री पेबल-एट-पार चेकबुक, मुफ्त इंस्टाअलर्ट्स, फ्री पासबुक और फ्री ईमेल स्टेटमेंट जैसी सुविधाएं भी बैंक देते हैं।
योग्यता: सैलरी अकाउंट खोलने के लिए आप किसी कॉरपोरेट बॉडी में कार्यरत होने चाहिए और आपकी कंपनी के उस बैंक से सैलेरी अकाउंट रिलेशनशिप होना जरूरी होता है। इसके साथ ही ग्राहक का उसी बैंक में कोई और खाता नहीं होना चाहिए।  
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE . Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.