नोट: इस पोस्ट को सोशल साइट्स पर शेयर/ ईमेल करने के लिए इस पोस्ट के नीचे दिए गए बटन प्रयोग करें।
Post
published at www.nareshjangra.blogspot.com
वह दिन दूर नहीं जब बगैर स्मार्टफोन
और बिना इंटरनेट के भी आप पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे। टेलीकॉम रेगुलेटर
ट्राई जल्द ही टेलीकॉम कंपनियों से यह कहेगा कि वे बैंक ऑथराइज्ड मोबाइल
पेमेंट कंपनियों को इस तरह की सेवा देने की अनुमति दे दें। खबर है कि
मोविडा (वीजा और मोनिटाइज का ज्वाइंट वेंचर) ने ट्राई से हस्तक्षेप करने के
लिए कहा है, ताकि टेलीकॉम कंपनियों से यूएसएसडी कोड हासिल हो सके।
- क्या होता है यूएसएसडी: यूएसएसडी का पूरा नाम है Unstructured Supplementary Service Data. यह एक ऐसा प्रोटोकॉल होता है जिसका जीएसएम सेलुलर टेलीफोन इस्तेमाल कर सर्विस प्रोवाइडर के कम्प्यूटर्स से संवाद स्थापित करता है। यह चैनल एसएमएस सेवाएं उपलब्ध कराने वाले चैनल से भी अधिक रिस्पांसिव होता है। यूएसएसडी एक ऐसा टेक्स्ट मैसेजिंग सिस्टम होता है जिसका इस्तेमाल मोबाइल फोन ग्राहक अपने बैंक से जुड़ने के लिए कर सकता है। ग्राहक इसका इस्तेमाल फंड ट्रांसफर करने, बैलेंस अमाउंट चेक करने, अपने बिल अदा करने, अकाउंट का स्टेटमेंट हासिल करने, किसी चेक को कैंसल करने, नई चेक बुक हासिल करने, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की मदद से खरीदारी करने वगैरह कामों के लिए कर सकता है। इस सेवा को हासिल करने के लिए किसी भी तरह की इंटरनेट कनेक्टिविटी की जरूरत नहीं होती है।
- क्या होगी लागत: मौजूदा स्थिति यह है कि यह सुविधा अभी मुख्यतः स्मार्टफोन्स में ही उपलब्ध है। इस पहल के जरिए मोबाइल मनी सर्विसेज को एनपीसीआई साधारण मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। इस सेवा के इस्तेमाल के लिए ग्राहक को हर ट्रांजैक्शन के लिए महज 1.50 रुपए चुकाने होंगे।
- क्या है एनपीसीआई: एनपीसीआई का पूरा नाम है National Payments Corporation of India नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया। यह भारत में उपलब्ध सभी रिटेल पेमेंट सिस्टम्स की देखरेख करने वाला केंद्रीय संगठन है।
- जून में एनपीसीआई ने किया था समझौता: इससे पहले जून 2014 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने सात टेलीकॉम कंपनियों से समझौता किया था ताकि मोबाइल मनी सर्विसेज को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाई जा सकें। एनपीसीआई की इस पहल से मोबाइल मनी सर्विसेज को उन मोबाइल धारकों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है। एनपीसीआई ने जून में जिन सात कंपनियों से समझौता किया था, उनमें आइडिया, एयरटेल, एयरसेल, यूनिनॉर, विडियोकॉन, टाटा कम्युनिकेशंस और क्वाड्रैंट शामिल हैं। इसका मतलब यह है कि एनपीसीआई ने जून में ही इन कंपनियों को अपने यूएसएसडी चैनल की पहुंच सभी बैंक खातों तक उपलब्ध कराने के लिए तैयार कर लिया है।
Post
published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting
Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking
HERE .
Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other
important updates from each and every field.