राजस्थान
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से इस वर्ष ली गई राजस्थान अध्यापक पात्रता
परीक्षा (RTET-2012) पर कोर्ट का लगातार दूसरा नोटिस मिलने के बाद शिक्षा
बोर्ड में खलबली मच गई है। बोर्ड प्रबंधन अब कोर्ट के नोटिस के जवाब देने की तैयारी में जुटा है। गौरतलब है कि हाईकोर्ट द्वारा
आरटेट-2012 की परीक्षा से पहले ही बाजार में पेपर बिकने व अनियमितता के
मामले में आरटेट समन्वयक व बोर्ड सचिव श्री मिरजूराम शर्मा और प्रमुख
शिक्षा सचिव और पंचायतीराज सचिव को नोटिस जारी किए गए हैं। इससे पूर्व भी कोर्ट ने 55 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों
को अंक तालिका नहीं देने के लिए कहा था। इन दोनों मामलों के कोर्ट में चले
जाने के बाद से आरटेट की परिणाम प्रक्रिया पर भी असर पड़ने की संभावना जताई
जा रही है।
9 सितंबर, 2012 को हुई आरटेट-2012 की परीक्षा में लगभग
525000 अभ्यर्थी
पंजीकृत हुए थे। मामला कोर्ट में चले जाने से आरटेट-2012 के इन लाखों अभ्यर्थियों का
भविष्य दाव पर लगा नजर आ रहा है। बोर्ड ने परिणाम जारी करने की तिथि तो घोषित नहीं की है, लेकिन माना जा रहा था कि इस महीने में परिणाम आ सकता था।
परन्तु अब परीक्षा से पहले पेपर बाजार में आने वाला मुद्दा कोर्ट में चले जाने से
परिणाम को लेकर संशय की स्थिति बन गई है। बोर्ड सूत्रों की मानें तो आरटेट-2012 के संबंध में विधानसभा के
शीतकालीन सत्र में प्रश्न उठ सकता है। संभव है कि राज्य सरकार विधानसभा में
ही इस मामले में अपना बयान दे। 9 सितंबर को मेड़ता सिटी में परीक्षा से
पहले ही पेपर बाजार में आने की घटना के बाद बोर्ड ने दो सदस्यीय जांच कमेटी
बैठाई थी। इस कमेटी की रिपोर्ट बोर्ड ने राज्य सरकार को भेज दी गई है लेकिन
अब तक राज्य सरकार ने इस रिपोर्ट पर अपनी ओर से बयान जारी नहीं किया है।
बोर्ड के सचिव व आरटेट समन्वयक श्री मिरजू राम शर्मा का कहना है कि आरटेट 2012 के संबंध में कोर्ट के नोटिसों का जवाब दिया जाएगा। बोर्ड कोर्ट के आदेशों की पालना करेगा।
स्रोत: दैनिक भास्कर समाचार
For
getting Job-alerts and Education News directly into your SMS-Inbox, kindly sms
JOIN NARESHJANGRA to 567678 or 9219592195 (Life time Free SMS-Channel).
You can also join our
Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE