हरियाणा में होने वाली नयी अध्यापकों की भरती में अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों को प्राथमिकता मिलेगी । यह आश्वासन मंगलवार देर शाम हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पात्र अध्यापक संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक में दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि चार वर्ष के अनुभव वाले टीचरों को टीईटी से छूट बरकरार रहेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा और मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी एमo एसo चोपड़ा ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर पंचकूला शिक्षा सदन के बाहर पात्र अध्यापक संघ का चल रहा आमरण अनशन भी देर रात समाप्त करवा दिया। मुख्यमंत्री के साथ बात करने के बाद संघ के प्रतिनिधियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने संघ की मांग मान ली है कि भरती में पात्र अध्यापकों को प्राथमिकता दी जाएगी। भरती में 60:40 के अनुपात की मांग पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है, लेकिन किस तरह से वरीयता मिलेगी, यह बाद में बताया जाएगा। प्राथमिकता कैसे मिलेगी, इसके लिए अफसरों के साथ बात करने के बाद हल निकाला जाएगा। भरती में पात्र अध्यापकों की स्क्रीनिंग से छूट की मांग को मुख्यमंत्री ने मना कर दिया। बातचीत से पहले मुख्यमंत्री ने शर्त रख दी थी कि पहले अनशन समाप्त करने की हां भरो, उसके बाद ही बातचीत करेंगे। सीएम के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा भी मौजूद थे। अनिल अहलावत ने बताया कि सीएम ने कहा कि आरटीई में ही चार साल के अनुभव वाले टीचरों को टीईटी से छूट देने का प्रावधान है और कानूनविदों से विचार विमर्श करने के बाद ही यह छूट दी गई है। यह छूट एक बार के लिए ही दी गई है।