Friday, November 14, 2014

लकवा या पैरालिसिस: कारण, लक्षण और निवारण

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शरीर की मांसपेशियों में आई अस्थिरता को पैरालिसिस कहते हैं। इस अवस्था में शरीर की कुछ मांसपेशियां काम करना बंद कर देती हैं। पैरालिसिस या लकवा की समस्या नर्वस सिस्टम में आई शिथिलता से पैदा होती है। शरीर या उसकी मांसपेशियां सेंसरी नर्व्स और सेंट्रल नर्वस सिस्टम के बीच होने वाले संचार से नियंत्रित होती हैं। इस संचार में आई किसी भी तरह की बाधा मांसपेशियों को कमजोर बनाती है, जो आगे चलकर पैरालिसिस का रूप लेता है। पैरालिसिस शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है। यह आपके पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है जिसे क्वाड्रिप्लेजिया कहते हैं। इसमें हाथ-पैर काम करना बंद कर देते हैं। वहीं, पैराप्लेजिया में शरीर का निचला हिस्सा ही प्रभावित होता है।
पैरालिसिस के कारण और बचाव: पैरालिसिस के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें न्यूरोलॉजिकल, कोई ऐसी दुर्घटना जिसमें रीढ़ की हड्डी क्षतिग्रस्त हो गई हो और कुछ इंटरनल बायोलॉजिकल डिफॉर्मेशन भी शामिल हैं।
पैरालिसिस के लक्षणों इन न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से भी हो सकते हैं, जैसे: एमियोट्रॉफिक लेटरल सिरॉसिस (ALS)- मांसपेशियों में कमजोरी या विकलांगता, बेल्स पॉल्सी-चेहरे की नसों में सूजन, सेरिब्रल पॉल्सी, मल्टिपल सिरॉसिस- दिमाग और रीढ़ की हड्डी में कमजोरी।  इसके अलावा पैरालिसिस के लक्षणों की कई अन्य वजहें भी हो सकती हैं, जैसे रीढ़ की हड्डी में चोट, गोली या चाकू लगना, बिजली के झटके जैसी ही अन्य कोई दुर्घटना। ऐसी कई बीमारियां हैं जिनसे पैरालिसिस का खतरा बना रहता है। एचआईवी इन्फेक्शन, आर्थराइटिस, स्पॉन्डलाइटिस ऐसी ही कुछ बीमारियां हैं। विषैले पदार्थों के सेवन या विषैले जानवरों के काटने से भी पैरालिसिस का खतरा हो सकता है। वहीं, पैरालिसिस से हार्ट अटैक, ब्रेन ट्यूमर और ब्रेन हैमरेज का भी खतरा बना रहता है, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
ऐसी किसी भी स्थिति में तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। अगर आपके साथ के किसी व्यक्ति को अचानक शरीर में अकड़न, बेहोशी, चलने-फिरने या बोलने में दिक्कत महसूस हो, तो उसे जल्द से जल्द मेडिकल ट्रीटमेंट मुहैया कराएं। 
पैरालिसिस के साथ नर्वस सिस्टम पर दिखने वाले लक्षण: इंसान की शारीरिक अवस्था के अनुसार पैरालिसिस के साथ-साथ कई अन्य लक्षण भी उत्पन्न हो सकते हैं, जो नर्वस सिस्टम पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं, जैसे:
  • मूड, व्यक्तित्व या व्यवहार में बदलाव
  • भद्दापन
  • थोड़ी-थोड़ी देर पर बेहोशी छा जाना
  • पढ़ने-लिखने और चीजें याद रखने में परेशानी
  • शरीर में अकड़न 
शरीर की अन्य प्रणालियों पर दिखने वाले पैरालिसिस के लक्षण: पैरालिसिस नर्वस सिस्टम के साथ-साथ शरीर की अन्य प्रणालियों पर भी असर डालता है, जिसके कुछ लक्षण हैं: कब्ज, दस्त, बुखार, श्रवण शक्ति कम होना,
नज़र कमजोर होना, जी मिचलाना, गर्दन में दर्द, सिरदर्द।  
पैरालिसिस की वजह जानने के लिए पूछे जाने वाले आम सवाल: मरीज के इलाज और पैरालिसिस की वजह जानने के लिए डॉक्टर आमतौर से निम्नलिखित सवाल पूछते हैं:
  • पैरालिसिस के लक्षण कितने दिनों से मौजूद हैं?
  • लक्षण शरीर के एक हिस्से में महसूस होते हैं या दोनों?
  • शरीर के कौन-से भाग ज्यादा प्रभावित हैं?
  • क्या सांस लेने या खाना निगलने में दिक्कत होती है?
  • दैनिक क्रियाओं में कोई अनियमितता?
  • इसके अलावा कोई अन्य लक्षण?
  • आप कौन-सी दवाएं ले रहे हैं? 
पैरालिसिस का ट्रीटमेंट फॉलो न करने के खतरे: पैरालिसिस कई गंभीर बीमारियों से हो सकता है और इसमें की गई किसी भी तरह की लापरवाही ना सिर्फ जानलेवा साबित हो सकती है, बल्कि आजीवन परेशानियों का कारण बन सकती है। इसलिए जरूरी है कि एक बार परेशानी का कारण पता चलते ही सही ढंग से मेडिकल ट्रीटमेंट फॉलो करें और अपने डॉक्टर के सभी निर्देशों का पालन करें। ऐसा ना करने पर आपको निम्न परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है:
  • बढ़ता-गिरता रक्तचाप
  • विकलांगता
  • आंशिक या पूर्ण पैरालिसिस
  • इलाज के साइड इफेक्ट
साभार: भास्कर समाचार
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