सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करें, इसके
लिए शिक्षा विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। इस बार स्कूलों में जहां
पुस्तकें समय पर पहुंची तो वहीं इन पुस्तकों को पढ़ाने को लेकर सरकारी
स्कूलों में विवाद पैदा हो गया। पीजीटी अध्यापकों ने साफ कह दिया था कि वो नौवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों
को नहीं पढ़ाएंगे। क्योंकि इन कक्षाओं को मास्टर और सीएंडवी अध्यापक
पढ़ाते हैं। लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से मंगलवार को एक पत्र आया है, जिसे देखकर पीजीटी अध्यापकों को करारा झटका लगा है। विभाग ने साफ कह दिया है कि
पीजीटी अध्यापक ही नौवीं से लेकर 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को
पढ़ाएंगे। इतना ही नहीं शिक्षा विभाग ने विषय को लेकर जो भ्रांति पीजीटी
अध्यापकों ने पाली हुई थी उसे भी साफ कर दिया है कि साइंस संकाय वाले
पीजीटी नौवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को साइंस विषय व कला संकाय
वाले पीजीटी नौवीं व दस वीं कक्षा के विद्यार्थियों को सामाजिक अध्ययन व
अंग्रेजी विषय पढ़ाएंगे। शिक्षा
विभाग के निदेशालय पत्र पर जिला शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारियों
को निर्देश सख्ती से लागू करने के आदेश दिए
हैं। इसके इलावा विषयों से सम्बन्धित भ्रांतियां भी दूर कर दी गई हैं। साइंस संकाय का पीजीटी
नौवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को साइंस व कला संकाय का पीजीटी
नौवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को सामाजिक अध्ययन व अंग्रेजी विषय
पढ़ाएंगे।
साभार
: भास्कर समाचार
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