Sunday, December 31, 2017

बदहाली: स्वच्छ मैप पर गन्दगी की पेंडिंग शिकायतों में गुरुग्राम रोहतक सबसे आगे

साभार: जागरण समाचार 
पांच दिन बाद यानी 4 जनवरी से देशभर के 4041 शहरों की स्वच्छता दौड़ शुरू हो जाएगी। लेकिन स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले ही स्वच्छ मैप प्रदेश के शहरों में गंदगी का हाल दिखा रहा है। स्वच्छ सर्वे के नतीजे तो कई माह
बाद आएंगे, लेकिन सर्वेक्षण के लिए गुरुग्राम सहित प्रदेश के अन्य शहर कितने तैयार है, इसका अंदाजा स्वच्छ मैप पर लाइव दिखाए जा रहे आंकड़ों से लगाया जा सकता है। 1ये बात अलग है कि 2016 में स्वच्छ मैप को अपनाने वाले भोपाल, राजकोट और सिलीगुड़ी के बाद गुरुग्राम देश का चौथा शहर था। 
लेकिन अब हालात यह है कि पूरे प्रदेश में गंदगी की शिकायतें सबसे ज्यादा गुरुग्राम में लंबित हैं। इस मामले में कैथल अव्वल है। स्वच्छ मैप के आंकड़ों के मुताबिक गुरुग्राम में गंदगी की 131 शिकायतें लंबित हैं।
इसके अलावा नई दिल्ली की स्थिति भी ठीक नहीं है और देश की राजधानी में भी 241 शिकायतें पेंडिंग दर्शाई जा रही हैं। बता दें कि स्वच्छ मैप को एंड्रायड फोन में डाउनलोड कर इस पर गंदगी के स्थानों की फोटो अपलोड की जा सकती है, जो सीधे नगर निगम अधिकारियों तक पहुंच रही है। 
शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से इस सुविधा की शुरुआत 2016 में की गई थी। खास बात यह है कि 2017 में देशभर में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार पाने वाले इंदौर शहर में गंदगी की एक भी शिकायत लंबित नहीं है।
प्रदेश के शहरों का हाल:
शहर गंदगी की पेंडिंग शिकायतें:
  • गुरुग्राम >>131
  • रोहतक >>63
  • फरीदाबाद >>37
  • भिवानी >>34
  • करनाल >>30
  • जींद >>15
  • फतेहाबाद >>9
  • हिसार >>9
  • रेवाड़ी >>5
  • कैथल >>1
  • चंडीगढ़ >>56 
  • इंदौर >>0 (29 दिसंबर को स्वच्छ मैप से लिए गए लाइव आंकड़े)
कितना साफ है आपका शहर, स्वच्छ मैप पर जानें:  
  • यह एप एंड्राइड और आइओएस पर आधारित है। 
  • किसी भी स्मार्ट फोन में इसे डाउनलोड किया जा सकता है। 
  • आप जिस शहर में हैं, उसी नगर निगम को सीधे एप के जरिए कचरे और गंदगी की शिकायत पहुंचेगी। 
  • नागरिक कचरे की फोटो एप पर अपलोड कर सकते हैं।
  • दो दिन में समस्या का समाधान नहीं होने पर दस दिन में शिकायत निगम आयुक्त के पास पहुंचेगी। 
  • स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए इस एप को बनाया गया है।