भारत को यूं ही गणित का देश नहीं कहा जाता। आर्यभट्ट ने शून्य की खोज कर समस्त दुनिया में भारत को गौरवान्वित किया और गणित को एक नई दिशा दी। उन्हें देश का पहला गणितज्ञ और खगोलशास्त्री माना जाता है। इसके बाद आधुनिक दौर में गणितज्ञ के तौर पर एक और नाम सामने आया और वे थे रामानुजम, जिन्होंने गणित से अपनी एक अलग पहचान बनाई। हाल ही में उन्हें सम्मान देते हुए वर्ष 2012 को गणित वर्ष के रूप में मनाया गया था। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।कालांतर में और भी कई गणितज्ञ हुए, जिन्होंने देश को गौरवान्वित किया। इसके बावजूद हमारे यहां गणित को एक विषय या कॅरियर के रूप में नहीं पढ़ाया जाता, बल्कि इंजीनियरिंग व इंजीनियरिंग के पेशे में आगे बढ़ने के लिए एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कॅरियर की दृष्टि से अगर गणित को देखें, तो यह कॅरियर की कई राहें खोलता है।
रोजगार की संभावनाएं: बारहवीं तक मैथ्स की पढ़ाई करने वालों के लिए सबसे खास बात है कि उन्हें अपने कॅरियर के विकल्प का चुनाव करते हुए किसी खास स्ट्रीम तक सीमित रहने की जरूरत नहीं होती। आप साइंस या आट्र्स दोनों में किसी भी क्षेत्र में जा सकते हैं, क्योंकि आर्ट्स और सोशलॉजी के उच्च स्तर पर भी गणित विषय जानने वालों की आवश्यकता होती है। स्पष्ट है कि गणितज्ञ, इंजीनियर और प्रोफेसर बनाने के अलावा सीए, फाइनेंस एनालिस्ट, अनुसंधान, अध्यापन के कार्यों में गणित की भूमिका अहम होती है। यदि आप ऐसे क्षेत्र में अपनी गणितीय क्षमता को विकसित कर अपना भविष्य संवारना चाहते हैं, तो आपके सामने कॅरियर के कई विकल्प हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।
इस तरह देखें तो गणित विषय में प्रारंभिक स्तर से लेकर उच्च स्तर तक संभावनाएं-ही-संभावनाएं हैं। इंजीनियरिंग और वैज्ञानिक क्षेत्र ही नहीं, ज्योतिष के क्षेत्र में भी गणित के जानकारों के लिए अपार संभावनाएं हैं। अगर आपकी गणित पर पकड़ मजबूत है, तो सॉफ्टवेयर एनालिस्ट एंड प्रोग्रामर, मार्केट रिसर्च एंड एनालिस्ट, एक्चुरियल साइंस, एस्ट्रोनॉमी, एस्ट्रोफिजिक्स, मौसम विज्ञान, आंकिक अर्थशास्त्र, संचार प्रौद्योगिकी, अनुवांशिकी अनुसंधान के क्षेत्र में भी भविष्य है। प्लानिंग कमीशन में डाटा कलेक्शन, कैलकुलेशन और उनका वर्गीकरण जैसे कार्यों में गणित विषय जानने वालों की आवश्यकता रहती है। भारतीय सांख्यिकी संस्थान समेत कई प्रतिष्ठित संस्थान बारहवीं तक मैथ्स पढ़े छात्रों को स्टैटेस्टिक्स के विभिन्न कोर्सेज में प्रवेश देते हैं। स्टैटेस्टिक्स में बीए ऑनर्स भी किया जा सकता है, जिसके बाद कई कंपनियों में जॉब मिल सकती है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।
इसी तरह एक्चुरियल मैथमेटिक्स की बदौलत आप बीमा उद्योग से जुड़ सकते हैं, क्योंकि यह बीमा से संबंधित नौकरी खोजने में मददगार साबित होता है। इसमें विशेषज्ञता हासिल कर शोध विश्लेषक बना जा सकता है। फाइनेंशियल मैथमेटिक्स में एक्सपर्ट हैं, तो शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट से लेकर विभिन्न वित्तीय संस्थानों में कार्य करने का अवसर मिल सकता है। यदि आप इस विषय को रुचिपूर्ण तरीके से दूसरे छात्रों को समझा सकते हैं, तो मैथ्स टीचर के रूप में भी आपके पास कई विकल्प हैं। इसमें भी प्रारंभिक से लेकर उच्च स्तर तक कॅरियर बुलंद है, जैसे टीजीटी, पीजीटी टीचिंग के रूप में। उच्च स्तर की बात करें, तो विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर आदि पदों पर पहुंचकर अपनी सेवाएं दे सकते हैं। इसके अलावा अपना खुद का कोचिंग इंस्टीट्यूट खोलकर, बच्चों को प्रतिभावान गणितज्ञ बनाने का कार्य कर सकते हैं।
अगर आपकी रुचि गणित में है और इसी क्षेत्र में आप अपना भविष्य देेखते हैं, तो इसमें विशेषज्ञता हासिल करके अच्छी नौकरी पा सकते हैं। कहां-कहां मिल सकती है नौकरी बता रहे हैं- पंकज कुमार
अगर गणित की समझ रखते हैं: हमारे यहां प्रारंभिक स्तर पर बच्चों का सही मूल्यांकन नहीं किया जाता। जिससे वे पीछे रह जाते हैं और हमारे प्रतिभावान गणितज्ञ उभरकर नहीं आते। जबकि यूरोप जैसे जगहों पर बच्चों को प्रारंभ से ही उनके रुझानों के अनुसार, उनका मूल्यांकन कर किसी भी विषय पर जोर दिया जाता है। तब जाकर वहां के बच्चे किसी भी विषय में महारथ हासिल कर भविष्य में आगे बढ़ते हैं। जबकि हमारे यहां लोग सिर्फ साइंस आैर आर्ट्स को ही महत्व देते हैं, जबकि गणित में भी कॅरियर की अपार संभावनाएं हैं। टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों जैसे तमाम संस्थानों में भी लेक्चरर जैसे विभिन्न पदों पर रहकर गणित की बदौलत शोहरत और आमदनी दोनों हासिल किया जा सकता है। गणित से स्नातक या परास्नातक करने के बाद इसरो जैसे संस्थान में साइंटिस्ट के रूप में कॅरियर बना सकते हैं। एटॉमिक, एयरोनॉटिक्स जैसे फील्ड में कॅरियर की उज्ज्वल संभावनाएं हैं। बैंक एंड इंवेस्टमेंट फर्म, बिजनेस एंड इंडस्ट्री, काॅलेज और यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग फर्म, इंश्योरेंस एजेंसीज, रिसर्च एंड डेवलपमेंट आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जहां गणित के विशेषज्ञ की मांग होती है।
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साभार: अमर उजाला समाचार
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